इस दौरान Pushkar Singh Dhamiने आपदा राहत शिविर में आपदा प्रभावितों से मिलकर उनका हाल-चाल जाना तथा उनकी समस्यायें सुनी। इसके साथ ही राहत शिविर में बच्चों, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों, विकलांगों के लिए भी उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
Pushkar Singh Dhami ने कहाआपदा के दिन से ही लगातार स्थिति की जानकारी प्राप्त की जा रही है।
उन्होंने आपदा में हुई जनहानि पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्माओं की शांति तथा पीड़ित परिवारों को इस दुख की घड़ी को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की कामना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में भारत सरकार, राज्य सरकार प्रभावितों के साथ खड़ी है। तिनगढ़ गांव के विस्थापन की कार्रवाई शुरू हो गई है।
अन्य गांवों का सर्वे कराकर योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जाएगा। आपदा से क्षतिग्रस्त हुए सुरक्षा दीवार, स्कूल, पुल, तटबंध आदि को शीघ्रता से ठीक किया जाएगा। साथ ही भरोसा दिलाया कि आपदा सुरक्षा कार्यों में धन की कमी आड़े नहीं आएगी। उन्होंने अधिकारियों को खतरे की जद में आने वाले मकानों को लेकर सजग रहने के निर्देश दिए।
Pushkar Singh Dhami ने कहा जनप्रतिनिधियों को भी हर संभव मदद करनी है।
आपदा प्रभावितों को कोई दिक्कत न हो तथा उनके जन जीवन को पूर्व की भांति पटरी पर लाना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए।
इस अवसर पर उपाध्यक्ष उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन श्री विनय रोहेला, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सोना सजवाण, विधायक घनसाली श्री शक्ति लाल शाह, एसएसपी श्री नवनीत सिंह भुल्लर, जिलाध्यक्ष भाजपा श्री राजेश नोटियाल, ब्लॉक प्रमुख भिलंगना वासुमति घणाता, सीडीओ डॉ. अभिषेक त्रिपाठी, एडीएम श्री के.के. मिश्रा सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी, ग्रामीण मौजूद रहे।