Viral fever:वायरल बुखार के बाद कमजोरी को कैसे ठीक करें? Viral Bukhar Ke Baad Kamzori in Hindi

Viral fever वायरल बुखार के बाद कमजोरी को कैसे ठीक करें?

Viral fever मौसम का बदलता मिजाज भी कई बार हमारे लिए परेशानियाँ उत्पन्न करता है वायरल बुखार मौसम के बदलते मिजाज का ही परिणाम है जैसे.जैसे मौसम में बदलाव होता है उसके साथ ही कई बार शरीर में भी कई प्रकार के बदलावों की शुरुवात हो जाती है कई बार तो गर्मी के दिनों में मौसम नमीयुक्त और चिपचिपा हो जाता है मौसम में अचानक हुये इस परिवर्तन के परिणामस्वरूप ही वायरल बुखार का प्रकोप होता है विषाणुजनित बुखारए गला दर्द व नाक बहने जैसी समस्याएं बहुतायत लेकर आता है

 

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Viral feverकी एक खासियत ये भी है

कि ये बच्चों और बड़ों को एक समान रूप से ही प्रभावित करता है वायरल बुखार में संक्रमण की स्थिति कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ्तों तक रह सकती है Viral fever में कई लोग खाना.पीना छोड देते हैं इसलिए अक्सर वायरल बुखार के बाद कमजोरी हो जाती है लेकिन खाना छोडने से बीमारी और बढ सकती है इसलिए जहां तक संभव हो वायरल में खूब खाना खाएं और डिहाइडेशन से बचने के लिए खूब पानी पिएं

 

 

Viral fever में कमजोरी .

ज़्यादातर मौसमी बीमारियाँ तभी होती हैं जब शरीर की रोग.प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है इसलिए यदि आपको इन बीमारियों से बचना है तो रोग.प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए खान.पान का उचित ध्यान रखना चाहिए जाहीर है इस दौरान खाने की इच्छा बिलकुल नहीं होती है जिसके परिणामस्वरूप आपको कमजोरी हो सकती है

 

अगर सेहतमंद ओर प्रोटीन युक्त खाना खाया जाए तो शरीर में रोग.प्रतिरोधक क्षमता खुद निर्मित हो जाती है सादा ताजा खाना ही खाएं क्योंकि हैवी फूड आसानी से पच नहीं सकते हैं रखे हुए खाने को गर्म करके ही खाएं क्योंकि इससे सभी बैक्टीरिया समाप्त हो जाते हैं खाने में अदरक लहसुन हींग जीरा काली मिर्च हल्दी और धनिये का प्रयोग अवश्य करें क्योंकि इनमे पाए जाने वाले तत्व पाचन शक्ति को बढाते हैं और वायरल के कीटाणुओं से लडते हैं

 

Viral fever
Viral fever

 

Viral fever में कमजोरी दूर करने के लिए क्या.क्या खाएं.

पानी खूब पिएं इससे डिहाइडेशन के अतिरिक्त बॉडी पर अटैक करने वाले माइक्रो आर्गेनिज्म को बाहर निकालने में मदद मिलती है
तुलसी एक आयुर्वेदिक पौधा है जो आपको कई बिमारियों से लड़ने में मदद करती है तुलसी के पत्तियों का इस्तेमाल खांसी जुकाम बुखार और सांस संबंधी रोगों से लडने में किया जाता है मौसम बदलने पर इन्फेक्शन होना एक सामान्य बात है इस दौरान आप तुलसी के पत्तियों को उबालकर या चाय में डालकर पीने से नाक और गले के इंफेक्शन से बचाव कर सकते है

Viral fever में हरी और पत्तेदार सब्जियों का अधिक मात्रा में इस्तेमाल करें क्योंकि हरी सब्जियों में पानी की मात्रा ज्यादा होती है जिससे पानी की कमी नहीं होता है

केले और सेब का सेवन करें इनमे प्रचुर मात्रा में पोटैसियम मौजूद होती है इसमें ऐसा इलेक्ट्रोलाइट होता है जो दस्‍त को ठीक करने में मदद करती है

 

 

Viral fever होने पर खाना खूब खाएं(Viral Bukhar Mein Kamzori in Hindi)

लेकिन उचित मात्रा में और पौष्टिक आहार का सेवन करें यदि आप दही का सेवन कर रहे हैं तो हैवी नॉनवेज या नींबू या फिर कोई खटटी चीज ना खाएं ठंडे पेय पदार्थों का सेवन न करें क्योंकि उससे आपके बॉडी में पानी रुकता है और असंतुलन होता है वायरल फिवर होने पर दिमाग पर ज्यादा जोर ना डालें क्योंकि ऐसा करने से बॉडी की रोग.प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है और वायरल फिवर ज्यादा दिनों तक रह सकता है

Viral fever मौसमी संतरा और नीबूं का सेवन करें

जिसमें विटामिन.सी और वीटा कैरोटींस होता है जिससे इम्युनिटी क्षमता बढती है
वायरल फीवर होने पर ड्राई फ्रूट का सेवन बहुत फायदेमंद माना जाता है इसमें जिंक प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होता है
लहसुन में कैल्सियम मैग्नीशियम फास्फोरस और मिनरल तत्व मौजूद होते हैं जिससे सर्दी जुकाम दर्द सूजन और त्वचा से संबंधित रोग नहीं होती हैं लहसुन घी या तेल में फ्राई कर चटनी के रूप में भी खाया जा सकता है

टमाट आलू और संतरा खाएं इनमें विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है
वायरल में दही खाना बंद न करें क्योंकि दही खाने से बैक्टीरिया से लडने में सहायता मिलती साथ ही यह पाचन क्रिया को सही रखता है पेट खराब आलसपन और बुखार को दूर करता है
वायरल में गाजर खाएं इसमें केरोटीन पाया जाता है जिससे रोग.प्रतिरोधक क्षमता बढती है और कीटाणुओं से लडने में मदद मिलती है

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