नई दिल्ली: यूक्रेन में चल रहे संघर्ष में एक और भारतीय नागरिक की जान चली गई है, जिसके बाद भारत सरकार ने रूस से उसकी सेना में सेवा दे रहे सभी भारतीय नागरिकों की तत्काल रिहाई की मांग की है। इस युद्ध में अब तक दस भारतीय नागरिकों की जान जा चुकी है।
Foreign Ministry (MEA) ने जानकारी दी कि केरल के 31 वर्षीय बिनिल बाबू की युद्ध में मृत्यु हो गई। वह त्रिशूर जिले के कुट्टनेलूर के रहने वाले थे। MEA ने यह भी बताया कि इसी राज्य का एक अन्य नागरिक घायल हुआ है, जिसका वर्तमान में मॉस्को के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। मंत्रालय ने मृतक की परिस्थितियों के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी है।
Arrest of Hindu religious leader in Bangladesh: India expresses concern
यह मुद्दा पहले भी भारत सरकार द्वारा रूस के समक्ष उठाया गया है। पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ हुई दो बैठकों में भी इस विषय पर चर्चा की थी। भारत पहले भी रूस से सहायक स्टाफ, जैसे रसोइयों और सहायकों के रूप में रूसी सेना में काम कर रहे भारतीय नागरिकों की रिहाई की मांग कर चुका है।
Foreign Ministry के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “हमें केरल के एक भारतीय नागरिक की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु की सूचना मिली है, जिसे कथित तौर पर रूसी सेना में भर्ती किया गया था। एक अन्य नागरिक घायल है और उसका मॉस्को के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस मामले को मॉस्को में रूसी अधिकारियों और नई दिल्ली में रूसी दूतावास के समक्ष कड़ाई से उठाया गया है।” जायसवाल ने यह भी बताया कि मृतक के पार्थिव शरीर को भारत वापस लाने की प्रक्रिया जारी है और घायल व्यक्ति की जल्द रिहाई और स्वदेश वापसी के लिए रूस से आग्रह किया गया है।