चंडीगढ़- Punjab में सीमावर्ती क्षेत्रों में बंद पड़े पुलिस चौकियों पर हो रहे ग्रेनेड से हमले को लेकर पंजाब की डीजीपी गौरव यादव ने खुलासा किया है। उन्होंने कहा है कि इसके पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ है।
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि आईएसआई पंजाब की शांति को भंग करना चाहती है। इसलिए यहां एक ऐसी धारणा को बनाना चाहती है कि पंजाब सुरक्षित नहीं है। डीजीपी ने मुख्यमंत्री आवास पर पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए बंद पड़ी चौकियों में बम फेंक कर दहशत फैलाने वालों को बुजदिल करार दिया। उन्होंने कहा ‘यह बुजदिली है। अगर उनमें हिम्मत है तो सामने से आकर कुछ करें।’
Punjab में बोलेरो पिकअप और कैंटर के बीच भीषण टक्कर, 10 की मौत
Punjab 9 पुलिस थानों पर हमले हो चुके
पंजाब में अभी तक 9 पुलिस थानों पर हमले की शुरुआत 24 नवंबर 2024 को अजनाला पुलिस थाने से हुई थी। जिसे आईआईडी से उड़ाने की कोशिश की गई। लेकिन इस घटना को अंजाम देने की कोशिश करने वाले हैंडलर के हाथों से रिमोट गिर गया। जिसकी वजह से वह घटना को अंजाम नहीं दे पाए। इसके दो दिन बाद अमृतसर में ही छह माह से बंद पड़ी चौकी में बम धमाका किया गया। जबकि बीते सोमवार को भी अमृतसर में बंद पड़ी पुलिस चौकी में भी विस्फोट हुआ। सीमावर्ती क्षेत्रों में हुए 9 बम धमाकों के बाद पहला मौका था जब डीजीपी गौरव यादव सामने आए और उन्होंने धमाका करने वालों को चुनौती दी ‘अगर उनमें हिम्मत हैं तो सामने से आकर कुछ करें।’अहम बात यह है कि अभी तक पुलिस हरेक बम धमाके के बाद इस बात से इनकार करती रही है कि चौकी या थाने पर बम धमाका हुआ। बता दें कि 4 दिसंबर को मजीठा थाने में हमले के बाद डीएसपी स्तर के एक अधिकारी ने कहा था कि मुलाजिम मोटर साइकिल में हवा भर रहा था। जिसकी वजह से टायर फट गया। हालांकि, बाद में पुलिस ने थाने पर हमला करने वाले को पकड़ लिया था।