Haryana 50 करोड़ रुपए के सरकारी गबन का पर्दाफाश, 8 आरोपी गिरफ्तार

चंडीगढ़। Haryana के पलवल जिले में एक बड़ा घोटाला सामने आया है जहाँ विकास एवं पंचायत विभाग में 50 करोड़ रुपये से अधिक की सरकारी राशि के गबन का मामला उजागर हुआ है। यह खुलासा एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) फरीदाबाद द्वारा की गई जांच के दौरान हुआ, जिसमें विभाग से जुड़े कई कर्मचारियों और एक निजी फर्म की मिलीभगत पाई गई।

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जानकारी के अनुसार, घोटाला मुख्य रूप से Haryana पलवल जिले के हसनपुर स्थित बी.डी.पी.ओ. कार्यालय में हुआ, जहाँ फर्जी तरीके से करोड़ों की राशि एक निजी कंपनी दीपक मैनपावर सर्विस को जारी की गई। ऑडिट रिपोर्ट में पाया गया कि निदेशक विकास एवं पंचायत विभाग, Haryana की मुख्य लेखा अधिकारी की लॉगिन आईडी का दुरुपयोग करते हुए बिना किसी स्वीकृति के विभाग को भारी मात्रा में बजट अलॉट कर दिया गया था।

इस बजट का बड़ा हिस्सा बार-बार एक ही निजी फर्म को ट्रांसफर किया गया, जबकि इसके कोई वैध दस्तावेज विभागीय फाइलों में मौजूद नहीं थे।

Haryana एक आरोपी तेजेन्द्र सिंह की गिरफ्तारी अभी बकाया है

एसीबी ने इस मामले में राकेश, सतपाल, शमशेर सिंह, विजेंद्र कुमार, अनूप कुमार, विवेक कुमार, दीपक कुमार और गौतम नामक आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर कर दी है और सभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। एक आरोपी तेजेन्द्र सिंह की गिरफ्तारी अभी बकाया है।

जांच के दौरान यह भी सामने आया है कि गबन की गई राशि से आरोपियों ने कई स्थानों पर जमीन और प्लॉट खरीदे। राकेश ने हसनपुर गांव में लगभग 19 एकड़ भूमि अपने परिजनों के नाम पर ली, वहीं शमशेर सिंह ने कैथल और पंचकूला में जमीन और प्लॉट खरीदे। सतपाल और दीपक ने भी उत्तर प्रदेश और हरियाणा में संपत्तियां खरीदी हैं। इन अचल संपत्तियों को कोर्ट के आदेश से कुर्क करने की प्रक्रिया चल रही है।

फरीदाबाद ACB द्वारा दर्ज एफआईआर के अनुसार, अब तक ₹4.54 करोड़ की राशि बरामद की जा चुकी है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो मामले की गहराई से जांच कर रहा है और अधिकारियों को उम्मीद है कि जल्द ही सभी दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।

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