बेलगाम । कर्नाटक के हुक्केरी पुलिस ने एक बड़े Child Trafficking गिरोह का पर्दाफाश किया है, जिसमें चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस पूरे मामले में शामिल मास्टर माइंड को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के अनुसार, संगीता को दूसरी शादी के बाद ब्रोकर लक्ष्मी ने विश्वास दिलाया था कि अगर वह उसे अपना बच्चा दे देगी, तो वह उसकी देखभाल करेगी। संगीता को विश्वास था कि ऐसा होगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं। बाद में बच्चे को ‘दलाल’ ने चार लाख रुपए में बेच दिया। पुलिस के मुताबिक, लक्ष्मी ने पहले यह बच्चा दिलशान नाम की महिला को बेचा था। उसने यह बच्चा अपने बेटे के लिए खरीदा था। अब उसका कहना है कि वह नहीं जानती थी कि यह मासूम किसी और की अमानत है।
तीन महीने बाद संगीता को सच्चाई पता चली तो उसने एनजीओ के माध्यम से पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद हुक्केरी पुलिस ने मामले की जांच की और बच्चे को बैलाहोंगला तालुक के एक गांव से खोजकर उसकी मां संगीता को सौंप दिया। पुलिस जांच में यह भी पता चला कि संगीता के दूसरे पति का भी इस बाल तस्करी गिरोह से जुड़ाव था। पुलिस ने इस मामले में ब्रोकर लक्ष्मी गोलाबनवी, अनुसुइया डोड्डामणि, संगीता सावंत और सदाशिव मगदुम्मा को गिरफ्तार किया है। बेलगाम पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस मामले की पूरी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह मामला Child Trafficking से जुड़ा था, जिसे एक महिला ने दूसरी महिला को बेच दिया था। लगभग चार महीने पहले संगीता नाम की महिला ने दूसरी शादी की थी। शादी के बाद लक्ष्मी ने संगीता से कहा कि उसका बच्चा, जो पहली शादी से है, उसकी नई जिंदगी में दखल दे सकता है। संगीता ने लक्ष्मी पर भरोसा जताकर उसे अपना बच्चा सौंप दिया, लेकिन लक्ष्मी ने इस बच्चे को एक दूसरी महिला अनुसुइया को दे दिया, जिसने दिलशान नाम की महिला को 4 लाख रुपये में बेच दिया। उधर, जब तीन महीने बाद संगीता ने अपने बेटे के बारे में पूछा, तो लक्ष्मी ने उसे इस बारे में कुछ भी बताने से साफ इनकार कर दिया। वहीं, दिलशान से जब इस बारे में पूछा गया, तो उसने बताया कि वह यह बच्चा गोद लेना चाहती थी, लेकिन उसे गोद लेने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी नहीं थी।