Sahaswan news :-42 साल तक न्यायालय में सेवा करने के उपरांत श्यामलाल सागर हुए सेवानिवृत कार्यालय कर्मचारीयों ने भी श्री सागर को स्मृति चिन्ह तथा माला पहनाकर कि विदाई 

Sahaswan news साल तक न्यायालय में सेवा करने के उपरांत श्यामलाल सागर हुए सेवानिवृत सी,जे,डी अभिषेक कुमार ने फूल मालाएं पहनाकर तथा स्मृति चिन्ह देकर…

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साल तक न्यायालय में सेवा करने के उपरांत श्यामलाल सागर हुए सेवानिवृत

सी,जे,डी अभिषेक कुमार ने फूल मालाएं पहनाकर तथा स्मृति चिन्ह देकर भावभीनी विदाई दी ,

कार्यालय कर्मचारीयों ने भी श्री सागर को स्मृति चिन्ह तथा माला पहनाकर विदाई तथा उनके कार्यों की प्रशंसा करते हुए न्यायालय परिसर के मुख्य द्वार तक उन्हें विदाई दी।

Sahaswan news सहसवान (बदायूं) सिविल जज जूनियर डिवीजन कार्यालय में प्रभारी लिपिक श्यामलाल सागर को न्यायालय में 42 साल तक सेवा देने के उपरांत आज वह सेवा से सेवा निर्वित हो गए।

इस मौके पर प्रभारी लिपिक श्यामलाल सागर को सिविल जज जूनियर डिवीजन अभिषेक कुमार ने उनके कार्यों की प्रशंसा करते हुए उन्हें शाल एवं फूलमाला पहनाते हुए स्मृति चिन्ह देकर विदाई दी तथा कहा की उनका न्यायालय में 42 साल तक सेवा देने का एक लंबा कार्यकाल याद रखा जाएगा उन्होंने श्री सागर की दीर्घायु की कामना करते हुए अपने जीवन का शेष समय परिवार के साथ बिताए जाने को कहा इस मौके पर कार्यालय में उपस्थित न्यायालय के कर्मचारियों ने प्रभारी लिपिक श्यामलाल सागर को फूल माला पहनाकर उनको स्मृति चिन्ह प्रदान किया तथा उनके कार्यों की मुक्त कंठ से सरहना की तथा साथियों ने श्री सागर से कहा कि वह जब भी समय मिले तो वह सेवा काल में मिले अपने अनुभवों को कर्मचारियों के साथ शेयर करते रहें जिससे उन्हें भी सेवाकाल के अनुभवों का लाभ मिल सके।

सेवानिवृत होने पर प्रभारी लिपिक श्यामलाल सागर ने रूधेगले से कहा की न्यायालय का कार्य एक सीमा में बंधा होता है जाने अनजाने में उनसे न्यायिक कार्यों व्यवहार में कोई त्रुटि हुई हो तो वह क्षमा चाहते हैं उन्होंने कहा वह जहां-जहां जिस जिस पोस्ट पर रहे सभी अधिकारियों एवं साथियों का सहयोग मिलता रहा इसके लिए वह हमेशा ऋणी रहेंगे।

प्रभारी लिपिक पद से सेवानिवृत्ति श्यामलाल सागर को बैंड बाजे के साथ उन्हें साथियों ने न्यायालय परिषद के मुख्य द्वार तक विदा किया।

इस मौके पर न्यायालय पेशकार राजेंद्र यादव, स्टेनो अरशद ,वादलिपिक मनोज शंखधार, नाजिर संजीव कठेरिया, उर्दू अनुवादक कंप्यूटर योगेश सहित न्यायालय के अनेक साथी गण श्री सागर के परिजन रिश्तेदार उपस्थित थे।

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