Panjab भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ऊर्जा की सुरक्षा को बढ़ावा देने और बिजली चोरी को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि सरकार को होने वाले वित्तीय नुकसान को रोकने के लिए नियमित रूप से विशेष जांच आवश्यक है.
साथ ही, बिजली चोरी की जांच से राज्य के नियमित उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं भी सुनिश्चित की जा सकेंगी.
तो उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि किसी भी रैंक के ऐसे अधिकारी को पी.एस.पी.सी.एल. के नियमों के अनुसार तुरंत प्रभाव से बर्खास्त कर दिया जाएगा और कानून के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी.
Panjab बिजली मंत्री ने कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से इन कार्रवाइयों की निगरानी करेंगे.
उन्होंने बताया कि अब तक कुल 81,262 कनेक्शनों की जांच की गई है. इन कनेक्शनों में से चोरी का पता लगाया गया और डिफॉल्टर्स पर करीब 13.30 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया.
Panjabज़ोनवार विवरण देते हुए बिजली मंत्री ने बताया
बॉर्डर जोन अमृतसर में कुल 27,285 कनेक्शनों की जांच की गई. इन कुनेक्शनों में से 989 मामलों में चोरी का पता चला और 3.01 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया. उन्होंने बताया कि पश्चिमी जोन बठिंडा में कुल 6,079 कनेक्शनों की जांच की गई.
इन कनेक्शनों में से 872 मामलों में चोरी का पता चला और 3.03 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया.
Panjab बिजली मंत्री ने बताया कि उत्तरी ज़ोन जालंधर में कुल 10,718 कनेक्शनों की जांच की गई. इन कुनेक्शनों में से 741 मामलों में चोरी का पता चला और 1.25 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया.
उन्होंने आगे बताया कि सेंट्रल ज़ोन लुधियाना में कुल 10,699 कनेक्शनों की जांच की गई। इन कुनेक्शनों में से 707 मामलों में चोरी का पता चला और 2.43 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया.