नई दिल्ली- चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले बड़ी खबर सामने आ रही है। जानकारी के अनुसार Kedarnath Dham के कपाट खुलने से पहले घोड़े और खच्चरों में एक्वाईन इन्फ्लुएंजा वायरस मिला है। जिसके बाद उत्तराखंड सरकार अलर्ट मोड पर है।
दो मई को खुलेंगे 11वें ज्योर्तिलिंग Kedarnath Dham के कपाट
पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने सचिवालय में बैठक आयोजित कर अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया है कि चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले और यात्रा के दौरान घोड़े-खच्चरों की वायरस को लेकर ठीक ढंग से स्क्रीनिंग पर फोकस करने को कहा गया है। मंत्री बहुगुणा ने सख्त वार्निंग देते हुए कहा कि लापरवाही करने वाले अफसरों और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त से सख्त ऐक्शन लिया जाएगा।
Kedarnath Dham पशु रोग नियंत्रण चौकियों पर अश्ववंशीय पशुओं की स्क्रीनिंग करने को निर्देशित किया
पूर्वाह्न आयोजित बैठक में अफसरों ने कैबिनेट मंत्री बहुगुणा को जानकारी दी कि रुद्रप्रयाग में 12 अश्ववंशीय पशुओं में एक्वाईन इन्फ्लुएंजा की पुष्टि हुई है, जिन्हें क्वारंटीन कर दिया गया है। यह बीमारी अन्य अश्ववंशीय पशुओं में तेजी से फैलती है, इसके मद्देनजर संबंधित घोड़े-खच्चरों के मालिकों को इन्हें अन्य जानवरों से दूर रखने की हिदायत दी गई है।
मंत्री बहुगुणा ने उत्तराखंड के सभी पशु रोग नियंत्रण चौकियों पर अश्ववंशीय पशुओं की स्क्रीनिंग करने को निर्देशित किया है। इसके अलावा, रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी को उक्त रोग का संक्रमण रोकने के लिए सभी ऐहतियात बरतने की हिदायत दी है।
कैबिनेट मंत्री बहुगुणा ने बताया कि ऐहतियात के मद्देनजर रुद्रप्रयाग जिले में दो क्वारंटीन सेंटर बनाए जाएंगे। इनमें एक फाटा और दूसरा कोटमा में बनेगा। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा में किसी भी रोगग्रस्त घोड़े-खच्चर को ले जाने की अनुमति नहीं जाएगी। Kedarnath Dham के दौरान श्रद्धालु बड़ी संख्या में केदारनाथ और यमुनोत्री धाम घोड़े-खच्चरों से सफर करते हैं।
राज्य के बाहर से भी यहां घोड़े-खच्चर आते हैं। विभागीय मंत्री ने पशुपालन विभाग के अफसरों को राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों पर भी अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी घोड़ा बिना स्वास्थ्य परीक्षण के जाने नहीं दिया। उन्होंने दवाइयों की उपलब्धता भी सुनिश्चत करने को कहा है।