करनाल। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में 26 पर्यटकों की जान चली गई थी, जिनमें Haryana के करनाल के रहने वाले नौसेना अधिकारी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल भी शामिल थे। रविवार को Haryana विधानसभा के स्पीकर हरविंदर कल्याण विनय नरवाल के घर जाकर उनके परिवार से मुलाकात की और शोक संवेदना प्रकट की।
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इससे पहले Haryana के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आतंकी हमले में शहीद हुए विनय नरवाल के परिवारवालों को 50 लाख रुपए की आर्थिक मदद और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया था। हरविंदर कल्याण ने इस पर कहा, विनय नरवाल शहीद हुए हैं, शहीद का दर्जा बहुत ऊपर होता है।
शहीद का सम्मान समाज और राष्ट्र में सबसे बड़ा होता है। कभी भी इस प्रकार कोई कोई घटना होती है तो सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वो शहीद के परिवार और के साथ पूरी तरह से खड़ी रहे। Haryana मुख्यमंत्री ने जो घोषणा की है, उसके लिए सरकार गंभीर है। हम सभी उनके साथ हैं।
पहलगाम हमले को लेकर उन्होंने कहा, इस हमले को बहुत ही गंभीरता से लिया जा रहा है। पीएम मोदी ने कहा है कि जो भी इस घटना को अंजाम देने वाले लोग हैं, उनकी कल्पना से परे उन पर कार्रवाई की जाएगी। ऐसे में दोषियों को बहुत कुछ भुगतना पड़ेगा। सरकार कंधे से कंधा मिलाकर एक साथ खड़ी है और हमेशा खड़ी रहेगी।
Haryana 50 लाख रुपए की आर्थिक मदद और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का ऐलान
इससे पहले Haryana मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शनिवार को शहीद विनय नरवाल परिवार को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री ने आर्थिक सहायता की घोषणा करने के साथ वादा किया कि विनय नरवाल के माता-पिता परिवार के जिस सदस्य को चाहेंगे, उसे सरकार की नीति के अनुसार नौकरी दी जाएगी।