चंडीगढ़। Haryana government ने एनसीआर क्षेत्र में आठ नमो भारत कॉरिडोर परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की, जिसके तहत तीन कॉरिडोर वर्तमान में चरण-I में कार्यान्वयन के अधीन हैं। इनमें दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ (82 किमी), दिल्ली-गुरुग्राम-एसएनबी (105 किमी) और दिल्ली-पानीपत-करनाल (136 किमी) मार्ग शामिल हैं।
कर्मचारियों के सोशल मीडिया से भी कमाई करेगी Haryana government
बैठक में Haryana government के पर्यावरण एवं वन मंत्री राव नरबीर सिंह भी शामिल हुए। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने यातायात की भीड़ को कम करने, क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ावा देने और हरियाणा के शहरी और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में आर्थिक विकास को बढ़ाने में नमो भारत कॉरिडोर (आरआरटीएस) की परिवर्तनकारी क्षमता पर जोर दिया।
Haryana government ने अधिकारियों को दिल्ली-एसएनबी और दिल्ली-करनाल परियोजनाओं के लिए मंजूरी में तेजी लाने के निर्देश दिए ताकि उनका समय पर पूरा होना सुनिश्चित हो सके। बैठक के दौरान, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) के एमडी श्री शलभ गोयल ने दो नमो भारत कॉरिडोर की विभिन्न विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए विस्तृत परियोजना रिपोर्टों पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी।
बैठक में बताया गया कि दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर ने 55 किलोमीटर सेक्शन पर सफल संचालन रहा है और लोगों की अत्यधिक सकारात्मक प्रतिक्रिया आई है।
Haryana government ने सुझाव दिया कि नमो भारत कॉरिडोर का डिजाइन भविष्य के लिए तैयार होना चाहिए और सिस्टम की उपयोगिता बढ़ाने के लिए मेट्रो सिस्टम के साथ कुशल एकीकरण सुनिश्चित किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने दिल्ली-गुरुग्राम-एसएनबी और दिल्ली-पानीपत-करनाल कॉरिडोर से संबंधित अलाइनमेंट , स्टेशनों और भूमि आवश्यकताओं की समीक्षा की।
उन्होंने विभागों को परियोजनाओं की शीघ्र शुरुआत सुनिश्चित करने के लिए एनसीआरटीसी को आवश्यक सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए।
Haryana government ने प्रस्तावित गुरुग्राम-फरीदाबाद-नोएडा नमो भारत कॉरिडोर के अलाइनमेंट की भी समीक्षा की और अधिकारियों को विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने के लिए एनसीआरटीसी को आवश्यक अनुमोदन और सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया।
Haryana government नमो भारत ट्रेन लगभग 1 घंटे में 90 किमी की दूरी तय करते हुए हाई स्पीड कनेक्टिविटी सुनिश्चित करती है
उल्लेखनीय है कि नमो भारत ट्रेन लगभग 1 घंटे में 90 किमी की दूरी तय करते हुए हाई स्पीड कनेक्टिविटी सुनिश्चित करती है। यह गाजियाबाद और गुरुग्राम के बीच यात्रा के समय को सड़क मार्ग से 100 मिनट से घटाकर सिर्फ 37 मिनट कर देगा। यह हरियाणा से दिल्ली हवाई अड्डे तक तेज़ और सीधी पहुँच भी प्रदान करेगा।