Faridabad। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) Faridabad ने ईएसआईसी अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज, Faridabad में नौकरी लगवाने के नाम पर रिश्वतखोरी के एक बड़े मामले का पर्दाफाश किया है। एसीबी ने शिकायतकर्ता से 3,00,000/- रुपए (तीन लाख रुपये) नकद रिश्वत लेते हुए आउटसोर्सिंग नर्सिंग अर्दली दीपक शर्मा और नर्सिंग अर्दली दीन दयाल को दशहरा मैदान के सामने, एनआईटी, फरीदाबाद से रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
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इस मामले में संलिप्तता पाए जाने पर दो अन्य आरोपियों, सहायक नर्सिंग अधीक्षक हरी सिंह और सुदर्शन फैसिलिटीज प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजर योगेश शर्मा को भी गिरफ्तार किया गया है। एसीबी फरीदाबाद में आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम, 1988 की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
शिकायतकर्ता ने एसीबी फरीदाबाद को दी गई शिकायत में आरोप लगाया था कि उसने अगस्त 2023 में ईएसआईसी अस्पताल में स्टाफ नर्स की नौकरी के लिए आवेदन किया था। इसके बाद सहायक नर्सिंग अधीक्षक हरी सिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर नौकरी लगवाने की एवज में उससे 3,50,000/- रुपये तिलकराज शर्मा नामक कर्मचारी के बैंक खाते में जमा करवाए थे, लेकिन नौकरी नहीं लगी।
शिकायत के बाद पैसे वापस कर दिए गए थे। अब हरी सिंह ने सुदर्शन फैसिलिटीज के मैनेजर योगेश शर्मा और नर्सिंग अर्दली दीन दयाल के साथ मिलकर नौकरी लगवाने के लिए उससे 3,00,000/- रुपये नकद रिश्वत की मांग की थी।
एसीबी फरीदाबाद ने शिकायत पर त्वरित कार्रवाई करते हुए दीपक शर्मा और दीन दयाल को रंगे हाथों गिरफ्तार किया, जबकि हरी सिंह और योगेश शर्मा को भी उनकी संलिप्तता के लिए गिरफ्तार कर लिया गया। एसीबी फरीदाबाद द्वारा गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में अनुबंध आधार पर रिश्वत लेकर नौकरी लगाने के संबंध में उच्च अधिकारियों की भी संलिप्तता सामने आई है।
Faridabad ईएसआईसी अस्पताल में नौकरी के नाम पर चल रहे भ्रष्टाचार के एक बड़े नेटवर्क का खुलासा होने की संभावना
एसीबी मामले की गहन जांच कर रही है। इस कार्रवाई से ईएसआईसी अस्पताल में नौकरी के नाम पर चल रहे भ्रष्टाचार के एक बड़े नेटवर्क का खुलासा होने की संभावना है।