Amit Shah ने संसद में वक्फ बोर्ड द्वारा जब्त संपत्तियों को गिनवाया, कहा- क्या धमकाना चाहते हो भाई…

नई दिल्ली- वक्फ संशोधन विधेयक 2025 पर चर्चा के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री Amit Shah ने चर्चा में अपनी बात रखते हुए वक्फ बोर्ड द्वारा पूरे देश में जब्त की गईं संपत्तियों को गिनवाया। गृहमंत्री ने कहा कि हाल ही में वक्फ बोर्ड ने उत्तर रेलवे की भूमि वक्फ बोर्ड के नाम घोषित कर दी।

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हिमाचल प्रदेश में इस संपत्ति को वक्फ बोर्ड की संपत्ति बता कर उस पर मस्जिद बनाने का काम किया। तमिलनाडु में 250 हेक्टेयर क्षेत्रफल वाले 212 गांवों पर वक्फ का स्वामित्व हो गया। इसके अलावा, तमिलनाडु के सैकड़ों साल पुराने मंदिर में चार सौ एकड़ भूमि को वक्फ की संपत्ति घोषित कर दिया गया।

कर्नाटक में एक समिति की रिपोर्ट में पाया गया है कि 29 हजार एकड़ भूमि वक्फ के बिजनेस के लिए किराए पर दे दी गई है। इसके साथ ही, 2001 से 2012 के बीच दो लाख करोड़ की संपत्ति निजी संस्थानों को 100 साल की लीज पर दे दी गई। बेंगलुरु में उच्च न्यायालय को बीच में पड़कर 602 एकड़ भूमि को जब्त करने से रोकना पड़ा।

Amit Shah ने कहा कर्नाटक के विजयपुर के होनवाड़ गांव की 1500 एकड़ भूमि पर दावा कर उसे भी वक्फ बोर्ड ने कब्जा कर लिया और 500 करोड़ की संपत्ति की भूमि पर फाइव स्टार होटल को हर महीने 12 हजार रुपये किराए के मूल्य से दे दिया। उन्होंने कहा कि कुछ लोग आज यह कह रहे हैं कि इसका हिसाब-किताब बनाकर और इसकी देखरेख न की जाए, यह पैसा देश के गरीब मुसलमानों का है, यह पैसा धन्नासेठों की चोरी के लिए नहीं है।

Amit Shah इस स्थिति को रोकने के लिए सरकार वक्फ बोर्ड के लिए एक क़ानून लेकर आई 

गृहमंत्री Amit Shah ने कहा कि इस स्थिति को रोकने के लिए सरकार वक्फ बोर्ड के लिए एक क़ानून लेकर आई है, और हम इसके ठेकेदार हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि हम यहां संसद में इसलिए बैठे हैं और यह क़ानून लाने का उद्देश्य यही है कि देश के गरीब मुसलमानों के पैसे की रक्षा की जा सके।

Amit Shah ने कहा कि कुछ लोग ऐसी चीजों के लिए संसद में गरज-गरज कर बोलते हैं, कुछ गैर-समझ में बोलते हैं और कुछ जानबूझकर बोलते हैं। उन्होंने कहा कि इन लोगों को लगता है कि इससे वे चुनाव जीत जाएंगे। एक अन्य मंदिर में वक्फ बोर्ड ने सालों पुराने दावों के आधार पर 600 करोड़ रुपये की संपत्ति पर दावा किया।

इसके साथ ही ईसाई समुदाय की ढेर सारी जमीनों पर भी वक्फ बोर्ड ने दावा किया है। ईसाइयों के कई गणमान्य चर्च वक्फ बिल का समर्थन कर रहे हैं। कुल लोग सोचते हैं कि वह इस बिल का समर्थन करके मुसलिम भाइयों और बहनों की सहानुभूति प्राप्त करके अपना वोट बैंक पक्का कर लिया जाएगा।

गृहमंत्री Amit Shah ने समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव से कहा कि इससे कोई फायदा नहीं होगा। अगले कुछ ही दिनों में मुसलमान भाइयों और बहनों को पता चल जाएगा कि यह कानून उनके फायदे के लिए लाया गया है। दक्षिणी राज्यों के सांसदों को यह नहीं पता था कि वे अपने विधानसभा क्षेत्रों में ‘चर्चों’ को नाराज कर रहे हैं।

सारे चर्च इस बात से नाराज हो गए हैं और सभी चर्चों ने एक साथ मिलकर इस बिल का विरोध किया है। तेलंगाना में 66 हजार करोड़ की 1700 एकड़ जमीन पर वक्फ दावा किया गया है। गुरुद्वारा से संबंधित हरियाणा के 14 भूमियों को वक्फ को सौंप दिया गया है। प्रयागराज में चंद्रशेखर आज़ाद पार्क को भी वक्फ को सौंप दिया गया है।

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