आरोपी Sanjay Roy ने कोर्ट से कहा- न मैंने रेप किया, ना मर्डर, मुझे फंसाया गया, सजा का ऐलान आज

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर केस में सोमवार (20 जनवरी) को कोलकाता के सियालदह कोर्ट…

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर केस में सोमवार (20 जनवरी) को कोलकाता के सियालदह कोर्ट में सुनवाई हुई । जज अनिर्बान दास ने इस मामल पर सुनवाई की। दोषी Sanjay Roy को सोमवार को सजा से पहले अदालत में अपनी बेगुनाही का दावा पेश करने का दिया। संजय रॉय ने कहा कि मुझे फंसाया गया और दबाव डालकर जबरदन दस्तावेजों पर सादन करवाए गए हैं। बता दें कि इस मामले में संजय रॉय को फांसी की सजा तक हो सकती है।
जज अनिर्बान दास ने क्या कहा?
अदालत आज सोमवार (20 जनवरी) को 2:45 बजे दोषी की सजा का ऐलान करेगी। जज अनिर्बान दास ने कहा है कि इस मामले में कम से कम उम्रकैद होगी। अधिकतम फांसी की सजा दी जा सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि न्याय का निर्णय सबूतों और कानून के आधार पर होगा। दोषी को अंतिम अवसर दिया गया है कि वह अपने बचाव में दलील पेश करें।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

अदालत में संजय रॉय ने क्या कहा?
Sanjay Roy को आरजी कर मेडिकल कॉलेज में काम करने वाली 34 साल की ट्रेनी महिला डॉक्टर के रेप और मर्डर का दोषी ठहराया गया है। संजय रॉ ने अदालत में खुद को निर्दोष बताया। रॉय ने जज से कहा, “मुझे जबरन फंसाया गया है। मैंने न रेप किया, न मर्डर। उन लोगों ने मुझसे जबरदस्ती दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करवाए।” जज अनिर्बान दास ने बताया कि आरोप और सबूतों के आधार पर रॉय को दोषी ठहराया गया है। रॉय ने कहा कि अगव वह दोषी होता, तो उसके पास मौजूद रुद्राक्ष की माला टूट गई होती।
सीबीआई ने की फांसी देने की मांग
सीबीआई (CBI) ने अदालत से Sanjay Roy को फांसी की सजा देने की मांग की है। एजेंसी ने कहा कि यह दुर्लभतम मामलों (rarest of rare cases) में से एक है। सीबीआई के वकील ने कहा, “हम उच्चतम सजा की प्रार्थना करते हैं ताकि समाज में न्याय और सुरक्षा की भावना बनी रहे।” दूसरी ओर, रॉय के वकील ने सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों का हवाला देकर फांसी की सजा से बचने की दलील दी।
कोर्ट परिसर में भारी सुरक्षा व्यवस्था
इस मामले की सुनवाई के मद्देनजर कोर्ट परिसर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। सजा के ऐलान से पहले पुलिस ने किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए तैयारियां की गई हैं। इसके बावजूद डॉक्टर और दूसरे लोग विरोध प्रदर्शन के लिए जुटे हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि इस अपराध में केवल संजय रॉय शामिल नहीं हो सकते। डाॅक्टरों और दूसरे प्रदर्शनकारियों का कहना है कि इस मामले में शामिल सभी दोषियों को सजा मिले।
पीड़िता के माता-पिता ने क्या कहा?
डॉक्टर की मां ने सीबीआई की जांच पर असंतोष जाहिर किया है। ट्रेनी डॉक्टर की मां ने मीडिया से कहा, “सिर्फ एक व्यक्ति इस अपराध में शामिल नहीं हो सकता। इस मामले में शामिल दूसरे अपराधियों को पकड़ने में सीबीआई असफल रही है। ऐसे अपराधियों को जिंदा रहने का हक नहीं है।” पीड़िता के पिता ने कहा कि हमारे साथ न्याय होना चाहिए। मेरी बेटी के साथ हुए अपराध में शामिल सभी लोगों को सजा मिलनी चाहिए।
बीते साल अगस्त में सामने आया था मामला
बीते साल 9 अगस्त को कोलाकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 31 वर्षीय ट्रेनी महिला डॉक्टर का शव अस्पताल के सेमिनार हॉल में मिला था। प्रारंभिक जांच में पता चला कि महिला के साथ पहले दुष्कर्म किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई। इस मामले में मुख्य आरोपी संजय रॉय को 10 अगस्त को गिरफ्तार किया गया। घटना के बाद पूरे देश में जनाक्रोश फैल गया, जिससे डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए। मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई। अब इस मामले में संजय रॉय को दोषी ठहरा दिया गया है।

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