वजीरगंज पुलिस को मिली बडी सफलता, दस लाख की फिरौती के लिए बरेली के बैंक कर्मचारी संग प्रॉपर्टी डीलर बने अपरहरणकर्ता,पांच गिरफ्तार-भेजा जेल
बदायूँ। दस लाख की फिरौती के लिए ढाबा संचालक अपहरण मामले में वजीरगंज पुलिस ने आज शुक्रवार को खुलासा कर पांच अपरहरणकर्ताओं को जेल भेज दिया हैं। अपरहरणकर्ताओं में बरेली का एक बैंक कर्मचारी, प्रॉपर्टी डीलर और मीडिया कर्मी समेत चार शामिल है। वहीं, इस वारदात के पीछे अपहृत का पड़ोसी ढाबा संचालक ही मास्टर माइंड निकला है। पुलिस ने अपरहरणकर्ताओं से अपहरण में इस्तेमाल की कार, असलहा, कारतूस, एटीएम कार्ड और मोबाइल बरामद किये है। पुलिस आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड खंगाल रही हैं।
वारदात वजीरगंज थाना क्षेत्र में मुरादाबाद – फर्रूखाबाद हाईवे स्थित गांव कुनार के समीप गुरुवार दोपहर दो बजे हुयी थी।
एसएचओ धनंजय पाण्डेय ने बताया क्षेत्र के गांव बरातेगदार निवासी कुमरेश का हाइवे पर ढाबा है। इनके पड़ोस में कुछ दूरी पर गांव के ही अनूप सिंह पुत्र प्रेमपाल का भी ढाबा है।
पूर्व में ढाबा संचालक कुमरेश एक मादक तस्करी के मामले में जेल जा चुका है। इसकी भनक पड़ोसी ढाबा संचालक अनूप को थी। अनूप ने बरेली के कुछ लोगों से संपर्क कर कुमरेश के अपहरण की साजिश रची अनूप ने पुलिस से बचने के लिये बरेली के लोगों को नार्कोटिक्स के अधिकारी के रुप में आने को कहा। बरेली के चार लोगों ने अनूप के इशारे पर वारदात का खाका तैयार किया। इसके बाद सभी आरोपियों ने घटना से एक दिन पहले आकर कुमरेश के ढाबा के आस पास रैकी की। अगले दिन ढाबा संचालक कुमरेश का कार से अपहरण कर लिया।
पुलिस ने आज शुक्रवार को सभी आरोपियों को जेल भेज दिया हैं।
पुलिस के मुताबिक, बरेली के चारों आरोपी नारकोटिक्स अधिकारी बनकर गुरुवार दोपहर दो बजे के वक्त एक कार में सवार होकर कुमरेश के ढाबा पर पहुंचे। यहां भीड़ होने के चलते आरोपियों ने अपने मंसूबों को नाकाम देखा। इसके बाद चार आरोपियों ने कमरेश को ढाबा से दूर ले जाने के लिये अपने जाल में फंसाया। आरोपियों ने कुमरेश को हाइवे पर जमीन खरीदने का झांसा दिया। इस झांसे में आकर कुमरेश जमीन दिखाने के लिये आरोपियों के साथ ढाबा से दूर तक चले गये। इसके बाद आरपोपियों ने कुमरेश को कार में बंधकर बनाकर अपहरण कर लिया और मुरादाबाद की ओर ले गये ।
शक होने पर बेटे ने पुलिस को दी जानकारी
वारदात के समय ढाबे पर कुमरेश का बेटा प्रदीप भी मौजूद था। काफी देर तक पिता के वापस नहीं लौटने पर बेटे ने उनकी तलाश की। इस बीच अपहरणकर्ताओं ने चंदौसी पहुंचकर प्रदीप के मोबाइल पर कॉल कर दस लाख की फिरौती की मांग ली। पिता के साथ अनहोनी होने के लिहाज से बेटे ने वजीरगंज पुलिस को सूचना दी। वजीरगंज पुलिस ने छानबीन करते हुये अफसरों को मामले से अवगत कराया। अफसरों ने सर्विलांस व एसओजी टीम को आरोपियों के पीछे लगाया।
संयुक्त टीम ने सर्विलांस के जरिये अपरहणकर्ताओं को पीछा किया। वजीरगंज पुलिस और एसओजी टीम ने अपहरणकर्तओं की कार को मुरादाबाद जिले के कुंदरकी के समीप घेर लिया। पीछे करते हुये पुलिस टीम ने बदमाशों की कार में टक्कर मार दी। इसके बाद सभी अपरहणकर्ताओं को घेरकर दबोच लिया। साथ ही कुमरेश को बंधनमुक्त कराया।
एसएसपी ने थपथपाई टीम की पीठ:- एसएसपी डॉ. ओपी सिंह ने अपर्हत को सकुशल बरामद करने वाली टीम को दस हजार रूपये की धनराशि देकर उत्साहवर्धन किया है। वहीं टीम की पीठ पथपाई है।