War Preparedness: आज ब्लैकआउट और मॉक ड्रिल के दौरान क्या करना है क्या नहीं, गाइडलाइन जारी

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May 7, 2025

SAMAR India:War Preparedness: नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। खुफिया एजेंसियों के अनुसार, सीमावर्ती इलाकों में सैन्य हलचल तेज हो गई है और दोनों देशों ने युद्ध जैसी तैयारियां शुरू कर दी हैं।

 

 

 

भारत सरकार ने नागरिक सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए बुधवार को 244 शहरों में मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट की घोषणा की है। राजस्थान के जयपुर समेत राज्य के 28 शहरों में शाम 4 बजे मॉक ड्रिल और रात 10 बजे ब्लैकआउट किया जाएगा।

 

सरकार ने युद्ध जैसी आपात स्थिति से निपटने के लिए आमजन के लिए नागरिक सुरक्षा और जागरूकता गाइडलाइन भी जारी की है। आम नागरिकों को इसमें सक्रिय भागीदारी और संयम के साथ सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं।

 

युद्ध के दौरान पालन करने योग्य 25 आवश्यक बिंदु:War Preparedness

 

1-युद्धकालीन तैयारी

1-हवाई सायरन बजते ही शांत रहें और आश्रय स्थल पर जाएँ।

2-घर में कम से कम 7 दिन का राशन, पानी और दवाइयाँ रखें।

3-टॉर्च, पावर बैंक, मास्क और प्राथमिक चिकित्सा किट साथ रखें।

4-बिजली, गैस आदि की सप्लाई बंद कर दें।

5-परिवार के सभी सदस्यों के दस्तावेज़ और ब्लड ग्रुप जानकारी रखें।

 

II. बहुमंजिला इमारतों में सावधानी:War Preparedness

 

6-लिफ्ट का प्रयोग न करें, सीढ़ियों का इस्तेमाल करें।

7-खिड़कियों से दूर रहें, शीशे टूट सकते हैं।

8-बाथरूम की मजबूत दीवार के पास शरण लें।

9-प्रत्येक मंजिल पर निकासी मार्ग चिन्हित करें।

10-बच्चों के लिए अलग सुरक्षा बैग तैयार रखें।

III.मुहल्ला/सोसाइटी स्तर पर तैयारी

 

11-हर गेट पर गार्ड और CCTV अनिवार्य करें।

12-साप्ताहिक मॉक ड्रिल और सुरक्षा बैठकें आयोजित करें।

13-महिलाओं और बच्चों को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दें।

14-पड़ोस में ‘नेबरहुडवॉच’ ग्रुप बनाएं।

15-WhatsApp/Telegram पर अलर्ट ग्रुप बनाकर गलत सूचना से बचें।

सायरन या धमाके के बाद

16-‘Drop, Cover, Hold’ मुद्रा अपनाएं।

17-घायल होने पर प्राथमिक उपचार करें या सहायता लें।

18-कोई संदिग्ध वस्तु न छुएँ – पुलिस को सूचित करें।

19-रेडियो/सरकारी अलर्ट के बिना बाहर न निकलें।

20-पालतू जानवरों के लिए रस्सी, खाना और पानी रखें।

V. मानसिक और सामाजिक तैयारी

 

21-बुजुर्गों और बच्चों को मानसिक रूप से शांत रखें।

22-‘मैं सुरक्षित हूँ’ संदेश SMS/WhatsApp से भेजें, कॉल न करें।23-सकारात्मक सोच और संयम बनाए रखें।

24-फर्जी सूचनाएँ सोशल मीडिया पर न फैलाएँ।

25-एकजुट रहें – जाति-धर्म का भेद भूलकर देशहित में सहयोग करें।

 

Haryana Mock Drill Advisory | 7 मई 2025:

 

सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल के दौरान घबराएं नहीं – यह सिर्फ़ एक अभ्यास है।

 

ड्रिल से पहले:

– रात को अपना फोन और पावर बैंक चार्ज कर लें।

– बुनियादी सामान/आपातकालीन आपूर्ति तैयार रखें:

* बैटरी/सौर ऊर्जा से चलने वाली फ्लैशलाइट/टॉर्च, रेडियो, ग्लो स्टिक

* वैध आईडी कार्ड

* परिवार की आपातकालीन किट तैयार रखें: पानी, सूखा भोजन, बुनियादी दवाइयाँ।

– अलर्ट के बारे में जागरूकता:

* सायरन सिग्नल सीखें (जैसे लंबा निरंतर = अलर्ट: छोटा = सब साफ)

* आधिकारिक अपडेट के लिए रेडियो/टीवी देखते रहें (जैसे आकाशवाणी, दूरदर्शन)

– सुरक्षित क्षेत्र की तैयारी:

* आश्रय के रूप में सुरक्षित आंतरिक कमरे या तहखाने की पहचान करें।

* पारिवारिक अभ्यास का अभ्यास करें: लाइट बंद करें, 1-2 मिनट के भीतर सुरक्षित क्षेत्र में इकट्ठा हों।

– आपातकालीन नंबर नोट करें:

* – पुलिस: 112

* – अग्नि: 101

* – एम्बुलेंस: 120

– शाम 7 से 8 बजे तक लिफ्ट का उपयोग न करें। लिफ्टों को निष्क्रिय कर दें ताकि ब्लैकआउट के दौरान कोई असुविधा न हो।

– बुजुर्गों/ बच्चों को पहले से सूचित/तैयार करें।

 

अभ्यास के दौरान:

– अगर आपको हवाई हमले के सायरन या घोषणाएँ सुनाई दें – “यह एक अभ्यास है” तो घबराएँ नहीं।

– पुलिस, स्कूल अधिकारियों, या बिल्डिंग सुरक्षा या किसी अन्य सरकारी प्राधिकरण के निर्देशों का पालन करें

– तुरंत सुरक्षित क्षेत्र में इकट्ठा हों।

 

ब्लैकआउट के दौरान:

* घर के अंदर रहें और खिड़कियों से दूर रहें। अगर आप गाड़ी चला रहे हैं, तो अपने वाहन को किनारे पर पार्क करें और लाइटें बंद कर दें। जहाँ हैं वहीं रहें और इधर-उधर न जाएँ।

* अलर्ट के दौरान सभी इनडोर और आउटडोर लाइटें बंद कर दें, जिसमें इन्वर्टर या वैकल्पिक बिजली आपूर्ति को डिस्कनेक्ट करना शामिल है। • ब्लैकआउट की घोषणा होने/सायरन चालू होने पर गैस/बिजली के उपकरण बंद कर दें।

 

* यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि बच्चों, बुजुर्गों और पालतू जानवरों की हर समय निगरानी की जाए

 

* खिड़कियों के पास फोन या एलईडी डिवाइस का इस्तेमाल न करें।

 

* मोटे पर्दे का इस्तेमाल करें या खिड़कियों को कार्डबोर्ड/पैनल से ढकें।

 

व्हाट्सएप या सोशल मीडिया पर असत्यापित जानकारी न फैलाएँ।

 

ड्रिल के बाद

जब तक अन्यथा निर्देश न दिया जाए, सामान्य गतिविधि फिर से शुरू करें।

अपनी प्रतिक्रिया स्थानीय आरडब्ल्यूए या प्रशासन के साथ साझा करें।

अपने आस-पास के बच्चों या बुजुर्गों से बात करें – उन्हें आश्वस्त करें कि यह सिर्फ़ तैयारी का उपाय था।

 

नोट: यह मॉक ड्रिल अभ्यास चिकित्सा प्रतिष्ठानों, यानी अस्पतालों और नर्सिंग होम पर लागू नहीं होता है। हालाँकि, उन्हें ड्रिल के दौरान सभी खिड़कियों को मोटे पर्दों से ढकना चाहिए

और सतर्क रहना चाहिए।

 

ड्रिल का उद्देश्य नागरिक आबादी को किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार करना और ऐसी विकट स्थिति के दौरान बड़े पैमाने पर दहशत की संभावना को कम करना है।

 

 

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