गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट एक अप्रैल को खोल दिए गए थे, जिससे गरतांग गली और नेलांग घाटी जाने वाले पर्यटकों को अनुमति मिलनी शुरू हो गई थी। हालांकि, गोमुख ट्रेक पर आठ स्थानों पर बड़े ग्लेशियर आ जाने के कारण वहां आवाजाही संभव नहीं हो पाई थी। इस वजह से गोमुख यात्रा रुकी रही और ट्रेकिंग व्यवसायियों को भी नुकसान उठाना पड़ा।
Uttarkashi : गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ राहत की उम्मीद
अब गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही गोमुख यात्रा शुरू होने जा रही है। पर्यटकों को 30 अप्रैल से गोमुख जाने की अनुमति मिल जाएगी। इससे न सिर्फ श्रद्धालुओं को राहत मिलेगी, बल्कि स्थानीय ट्रेकिंग गाइड और टूरिज्म व्यवसायियों को भी काम मिलना शुरू होगा।
Uttarkashi : 18 किलोमीटर का ट्रेक मार्ग किया गया सुचारू
गंगोत्री नेशनल पार्क प्रशासन ने करीब 18 किलोमीटर लंबे गोमुख ट्रेक को सुचारू कर दिया है। पहले खराब मौसम और बर्फ के कारण रास्ते बंद पड़े थे, लेकिन अब माइनस डिग्री तापमान में मजदूरों ने कठिन परिश्रम कर इस मार्ग को साफ कर दिया है। अप्रैल के मध्य से इस कार्य में तेजी लाई गई थी।
Uttarkashi : टीम ने की रेकी, मार्ग पूरी तरह सुरक्षित
पार्क के रेंज अधिकारी प्रदीप बिष्ट ने बताया कि शुक्रवार को कनखू बैरियर से एक टीम ने गोमुख ट्रेक की रेकी की थी। उन्होंने पुष्टि की कि मार्ग अब पूरी तरह सुरक्षित और सुचारू हो गया है। ट्रेकिंग के लिए जरूरी सुरक्षा मानकों की जांच भी की गई है।
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Uttarkashi : 30 अप्रैल से पर्यटकों को मिलेगी अनुमति
अब पर्यटकों को 30 अप्रैल से गोमुख ट्रेक पर जाने की अनुमति दी जाएगी। इस बीच पर्यटन केंद्र में कार्यरत कर्मचारियों को पहले ही अनुमति देकर रवाना किया जा चुका है। प्रशासन की हरी झंडी मिलने के बाद आम पर्यटक भी गोमुख की ओर रुख कर सकेंगे।