चंडीगढ़। Haryana में जल बंटवारे के ज्वलंत मुद्दे पर विचार-विमर्श के लिए शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक की शुरुआत हुई। बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी कर रहे हैं। बैठक में प्रदेश की लगभग सभी प्रमुख राजनीतिक पार्टियों के वरिष्ठ नेता भाग ले रहे हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि जल संकट को लेकर प्रदेश में राजनीतिक आम सहमति बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
Haryana में जल संकट से निपटने के लिए राशनिंग शुरू, जिलों में तैनात अधिकारियों को हेडक्वार्टर नहीं छोड़ने के आदेश
राजनीतिक दायरे से बाहर उठाया गया कदम
Haryana बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा, कैबिनेट मंत्री अनिल विज, रणबीर गंगवा, श्याम सिंह राणा, और श्रुति चौधरी जैसे बड़े नेता शामिल हैं। इसके अलावा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बडौली, कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान, इनेलो के रामपाल माजरा, जेजेपी के दुष्यंत चौटाला, और आम आदमी पार्टी से सुशील गुप्ता की मौजूदगी इस मुद्दे की गंभीरता को रेखांकित करती है।
अन्य दलों ने भी दिया समर्थन
Haryana बैठक में विधायक आदित्य देवीलाल, पूर्व विधायक अमरजीत ढांडा, बीएसपी से कृष्ण जमालपुर, और सीपीआई(एम) से ओमप्रकाश भी बैठक में उपस्थित हैं। इस मंच पर विचारधारा से ऊपर उठकर जल संकट को सामूहिक रूप से सुलझाने का संदेश देने की कोशिश की जा रही है।
बैठक में मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, और महाधिवक्ता परमिंदर चौहान समेत कई वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी शामिल हैं। इससे संकेत मिलता है कि सरकार कानूनी और प्रशासनिक दोनों दृष्टिकोणों से जल विवाद के समाधान की दिशा में गंभीर है।
Haryana पंजाब जल विवाद, विशेष रूप से SYL नहर को लेकर लगातार उभरते तनाव और सुप्रीम कोर्ट के हालिया निर्देशों के संदर्भ में बुलाई गई
यह बैठक हरियाणा-पंजाब जल विवाद, विशेष रूप से SYL नहर को लेकर लगातार उभरते तनाव और सुप्रीम कोर्ट के हालिया निर्देशों के संदर्भ में बुलाई गई है। मुख्यमंत्री सैनी पहले ही संकेत दे चुके हैं कि सरकार किसी भी तरह से हरियाणा के जल अधिकारों से समझौता नहीं करेगी, और राजनीतिक दलों की एकजुटता से केंद्र पर भी दबाव बनाया जाएगा।