मुख्यमंत्री पॉर्टल पर किसान ने की शिकायत, गंगा एक्सप्रेस वालों ने नौ फुट तक करा दिया अवैध खनन
बदायूँ। दातागंज में तालाब को गहरा खोदे जाने का मामला अभी थमा नहीं था कि अब कुंवरगांव के एक किसान ने तालाब को नौ फुट तक खोदे जाने का आरोप गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण करने वाले ठेकेदारों पर लगाया है। मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से जन सेवा पोर्टल पर की गई है।
सालारपुर ब्लॉक क्षेत्र के गांव सिगरौर निवासी सौरभ कुमार सिंह परमार का कहना है|
कि उनके गांव के बराबर में गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण चल रहा है। उस पर कई ट्रैक्टर-ट्रॉली और जेसीबी चल रहीं हैं, जिनसे मिट्टी खोदाई करके गंगा एक्सप्रेस-वे पर लाकर डाली जा रही है। सौरभ का आरोप है कि सरकारी अफसरों की लापरवाही से क्षेत्र में उपजाऊ मिट्टी खोदकर एक्सप्रेस-वे पर डाली जा रही है।
Whatsapp Group join |
Please Join Whatsapp Channel |
Please Join Telegram channel |
छह फुट गहराई तक मिट्टी खोदने के निर्देश हैं|
लेकिन गंगा एक्सप्रेस-वे के ठेकेदारों ने नौ-नौ फुट और कहीं उससे ज्यादा गहराई तक मिट्टी की खोदाई करा दी है। तमाम दलाल लगे हुए हैं, जो खेत मालिकों से जाकर बात कर रहे हैं और दस-पंद्रह हजार रुपये बीघा के हिसाब से मिट्टी उठाने का ठेका ले रहे हैं। इस दौरान यह भी विचार नहीं किया जा रहा है कि यह उपजाऊ भूमि है या बंजर। इससे इलाके का जलस्तर गिर रहा है। मुख्यमंत्री पॉर्टल पर शिकायत कर इस मामले में जांचकर कार्रवाई की मांग की।
ग्रामीण बोले- अब किससे मांगें न्याय:- तहसील क्षेत्र के गांव मैरी बजर मैरी में गंगा एक्सप्रेस-वे को तालाबों की 20-25 फुट गहराई तक खोदाई करा दी गई, जबकि यह तालाब मछली पालन के लिए पट्टे पर दिए गए थे।
इसको लेकर ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री व प्रशासन अधिकारियों से कार्रवाई की मांग की थी। अधिकारियों ने इसकी जांच कराई,
लेकिन लेखपाल ने ग्रामीणों के पक्ष में रिपोर्ट नहीं लगाई। ग्रामीणों का कहना है कि जब ऊपर से लेकर नीचे तक कोई सुनने वाला नहीं हो तो किससे न्याय मांगें। फिलहाल ग्रामीणों ने किसी और से शिकायत नहीं की है। ग्रामीणों का कहना है कि इन तालाबों में मछली पालन अब संभव नहीं है।