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The River Ganges:गंगा नदी में बीते 3 दिनों से गंगा नदी का ठहरा हुआ जलस्तर एकदम बढ़ गया

On: July 21, 2023 8:25 PM
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सहसवान गंगा नदीपहाड़ी एवं मैदानी क्षेत्रों में बीते 1 माह से लगातार हो रही मूसलाधार वर्षा

के चलते तहसील क्षेत्र में बहने वाली गंगा नदी में बीते 3 दिनों से गंगा नदी का ठहरा हुआ जलस्तर एकदम बढ़ गया जल स्तर बढ़ने से 5 गांव की आबादी पूर्ण रूप से बाढ़ से भर गई है लोगों के सामने जा खाने-पीने की समस्या उत्पन्न हो रही है तो वही पशुओं के चारे की व्यवस्था ना हो पाने के कारण पशुपालक भी काफी परेशान नजर आ रहे हैं प्रशासन द्वारा बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में बाढ़ पीड़ितों को खाद्यान्न सामग्री उपलब्ध नहीं कराए जाने से में भारी परेशानी हो रही है

 

 

इधर जिला प्रशासन द्वारा तहसील प्रशासन को बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में राहत सामग्री बांटे जाने के भेजे गए

पैकेट भी आज नहीं बढ़ सके इधर गंगा नदी का पानी महावा नदी मैं आ जाने के कारण महाबा नदी का भी जलस्तर बढ़ जाने से महाबा नदी क्षेत्र की सीमा पर स्थित खेतों की फसलें भी नष्ट हो रही हैं जिससे किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है उप जिला अधिकारी ने बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में पहुंचकर पीड़ित परिजनों के हाल-चाल जानें तथा उन्हें प्रशासन द्वारा दी जाने वाली हर सहायता का आश्वासन दिया l एक पखवाड़े से तहसील क्षेत्र में बहने वाली गंगा नदी का जल स्तर बढ़ जाने के चलते तहसील क्षेत्र के 5 गांव पूर्ण रूप से डूब गए हैं

 

 

बाढ़ का पानी चारों तरफ से आबादी को गिरे हुए हैं

लोगों को घर से बाहर निकलने के सारे रास्ते बंद हैं मात्र प्रशासन द्वारा ग्रामों में आवागमन के वास्ते लगाई गई सात नावो से पीड़ितों का आना जाना हो रहा इधर बाढ़ में डूबे आसे नगला परशुराम नगला वीर सहाय नगला खागी नगला गिरधारी नगला आबादी पूर्ण रूप से बाढ़ के पानी में डूब चुकी है पीड़ित परिजन तथा उनके पशु उनके आवास पानी में बन चुके टापू के समान दिखाई दे रहे हैं पीड़ित परिजनों को प्रशासन द्वारा कोई भी खाद्य सामग्री वितरित ना किए जाने से पीड़ित परिजनों में आक्रोश की भावना पनप रही है क्योंकि पीड़ितों का कहना है उनके पास जो भी खाद्य सामग्री थी वह समाप्त हो गई

गंगा नदी
गंगा नदी

 

पशुओं को जो चारा था वह भी समाप्त हो गया

अब उनके सामने खुद के खाने के अलावा पशुओं के चारे का संकट पैदा हो गया है पीड़ित परिजन टापू पर जैसे तैसे इधर उधर से गुजर बसर करके अपने खाने-पीने की व्यवस्था कर रहे हैं क्योंकि उनके पास सिलेंडर गैस के समाप्त हो चुके हैं सिर्फ थोड़ा बहुत कबाड़ उनके पास पड़ा है जिसके सहारे वह ईटों से चूल्हे बनाकर अपनी गुजर-बसर कर रहे हैं पीड़ित नानक चंद राम भरोसे हुलासी चंद्रपाल जागरण राम रहीम मुसव्विर ने बताया कि प्रशासन ने उनके खाने-पीने का कोई इंतजाम नहीं किया है जिसके कारण उनके नौनिहाल बच्चों को दूध भी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है अगर यही हाल रहा तो परिवारों की स्थिति और भी भयावह हो सकती है बीते 3 दिनों से गंगा नदी का बढ़ रहा जलस्तर स्थिर होने के बाद पुनः बढ़ने लगा है

 

अपने पुलिस स्टेशन को जानें एक क्लिक पर

 

जो ग्रामों के गली कूचे में पानी कम हो गया था

अब गली कूचे पूर्ण रूप से पानी से लबालब हो चुके हैं बताया जाता है कि बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में कई लोग संक्रामक रोगों की चपेट में भी आ गए हैं तथा उनके पशुओं भी बीमार हैं पशुओं को देखने के लिए भी स्वास्थ्य विभाग की कोई टीम नहीं पहुंची है जिससे पीड़ित परिजनों में भारी आक्रोश है गंगा नदी का जलस्तर बढ़ जाने से हजारों बीघा फसल भी नष्ट हो गई तथा पशुओं का चारा भी पूर्ण रूप से पानी से जुड़ा हुआ है किधर गंगा नदी में बढ़ रहे जलस्तर के चलते महावा नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है महानदी के किनारे वाले कई गांव की आबादी को भी खतरा उत्पन्न हो गया है

 

गंगा नदी
गंगा नदी
अगर इसी स्तर से महावा गंगा नदी का जलस्तर बढ़ता रहा तो तहसील क्षेत्र के दर्जनों गांव जो महावा नदी के किनारे बसे हुए हैं

बाढ़ की चपेट में आ जाएंगे महाबा नदी में आई बाढ़ के चलते हजारों बीघा भूमि की फसल नष्ट होने के कगार पर पहुंच गई है जिससे किसानों के भूखे मरने की नौबत आ गई है गंगा में तेजी से बढ़ रहे जलस्तर को देखते हुए उप जिलाधिकारी प्रेमपाल सिंह ने राजस्व टीम के साथ बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र का दौरा किया तथा पीड़ित परिजनों से मुलाकात कर उन्हें प्रशासन से मिलने वाली हर सहायता दिलाए जाने का आश्वासन दिया उप जिलाधिकारी ने कहा की खाद्य सामग्री का शीघ्र ही वितरण कराया जाएगा

दहेज की मांग

 

उन्होंने कहा बाढ़ चौकियों पर तैनात राजस्व कर्मचारि बाढ़ की स्थिति पर पूर्ण रूप से नजर रखे हुए हैं

तथा प्रशासन वा राजस्व कर्मचारी उनके साथ 24 घंटे सहायता के लिए तत्पर है इधर जिला प्रशासन द्वारा तहसील प्रशासन को उपलब्ध कराई गई खाद्य सामग्री के 200 पैकेट बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में बांटे जाने के लिए राजस्व टीम देर शाम रवाना हो गई है राजस्व टीम राहत सामग्री के पैकेट का कब वितरण करेगी इस पर अभी संशय बना हुआ है

Aman Kumar Siddhu

He has 19 years of experience in journalism. Currently he is the Editor in Chief of Samar India Media Group. He lives in Amroha, Uttar Pradesh. For contact samarindia22@gmail.com

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