नई दिल्ली: India-US trade भारत सरकार आगामी भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता में कृषि क्षेत्र की पूरी तरह से रक्षा करने के लिए ‘कड़ा रुख’ अपनाने जा रही है, जबकि ऑटो और गैर-जेनेरिक फार्मा जैसे गैर-कृषि क्षेत्रों में शुल्क (टैरिफ) में कटौती पर सहमति बनने की संभावना है।
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India-US trade सरकारी सूत्रों ने ट्रिब्यून को बताया कि इस उच्चस्तरीय वार्ता का नेतृत्व वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल, विदेश सचिव विक्रम मिस्री और अमेरिका में भारत के राजदूत विनय क्वात्रा करेंगे। ये तीनों अधिकारी अमेरिकी समकक्षों से बातचीत में भाग लेंगे, जिसमें अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए 26% टैरिफ और संभावित द्विपक्षीय व्यापार समझौता (BTA) जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी।
सूत्रों के अनुसार, भारत का लक्ष्य ऐसा समझौता करना है जो दोनों देशों के लिए लाभकारी हो। इसके तहत अमेरिका की प्रमुख चिंताओं को संबोधित करते हुए भारत अपनी घरेलू प्राथमिकताओं से कोई समझौता नहीं करेगा। भारत अमेरिका से तेल, गैस, मशीनरी और चिकित्सा उपकरणों की खरीद बढ़ाने को भी तैयार है।
India-US trade भारत का लक्ष्य ऐसा समझौता करना है जो दोनों देशों के लिए लाभकारी हो
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा घोषित टैरिफ के बाद भारत वह अकेला देश था, जहां अमेरिकी वार्ताकार बातचीत के लिए पहुंचे थे। भारत को विश्वास है कि अन्य प्रतिस्पर्धी देशों की तुलना में उस पर कम असर पड़ा, जिससे उसके निर्यातकों को तुलनात्मक लाभ मिला।