Home Minister Amit Shah का जम्मू कश्मीर दौरा, पाकिस्तान ने पुंछ में तोड़ा संघर्ष विराम, सेना का मुंहतोड़ जवाब

जम्मू : Home Minister Amit Shah पाकिस्तानी सेना ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर संघर्ष विराम तोड़ा। भारतीय सेना ने इसका जोरदार जवाब दिया। संघर्ष विराम का उल्लंघन ऐसे समय में हुआ जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर के तीन दिन के दौरे पर हैं।

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अधिकारियों ने बताया, “पाकिस्तानी सेना ने आज पुंछ जिले के दिगवार सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम तोड़ा। भारतीय सेना ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया।” यह सुनिश्चित करने के लिए कि पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी के दौरान कोई घुसपैठ न हो, इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया गया है।

Home Minister Amit Shah इससे पहले 1 अप्रैल को पाकिस्तानी सेना ने पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर एक बारूदी सुरंग के धमाके के बाद बिना किसी कारण के गोलीबारी की और संघर्ष विराम तोड़ा। सेना ने एक बयान में कहा कि भारतीय सैनिकों ने ‘संतुलित और नियंत्रण तरीके से’ प्रभावी जवाब दिया।

Home Minister Amit Shah आतंकवादी, [जिनमें मुख्य रूप से विदेशी भाड़े के आतंकवादी शामिल हैं], पुंछ, राजौरी, कठुआ और किश्तवाड़ जिले के पहाड़ी इलाकों में सक्रिय हैं

Home Minister Amit Shah आतंकवादी, पुंछ, राजौरी, कठुआ और किश्तवाड़ जिले के पहाड़ी इलाकों में सक्रिय हैं।

Home Minister Amit Shah 23 मार्च को कठुआ जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के करीब भारतीय हिस्से में घुसपैठ करने वाले पांच आतंकवादियों का सामना स्थानीय पुलिस की टीम से हुआ। यह मुठभेड़ अंतर्राष्ट्रीय सीमा से 4 किलोमीटर अंदर सान्याल गांव में हुई। मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए, जबकि चार पुलिसकर्मी शहीद हो गए। संयुक्त बलों ने बाकी तीन आतंकवादियों को ढूंढने के लिए कठुआ और राजौरी जिलों के ऊंचे इलाकों में अपना ‘खोजो और खत्म करो’ अभियान बढ़ा दिया।

कठुआ जिले के बिलावर इलाके में शुक्रवार को आतंकवादियों और संयुक्त बलों के बीच मुठभेड़ हुई। जानकारी के मुताबिक कठुआ जिले के ऊंचे इलाकों का इस्तेमाल आतंकवादी राजौरी और पुंछ जिलों में घुसपैठ करने के लिए कर रहे हैं।

आतंकवादियों के ‘हिट-एंड-रन’ हमलों को नाकाम करने के लिए सेना के लगभग 4,000 विशेष प्रशिक्षित पैरा कमांडो को इन जिलों के घने जंगलों में तैनात किया गया। संयुक्त बलों की गतिविधियों के बाद आतंकवादी पुंछ, राजौरी और कठुआ जिलों में ‘हिट-एंड-रन’ हमले नहीं कर पा रहे हैं, जैसा कि 2024 की आखिरी तिमाही में हुआ था।

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