नकली नोटों के धंधेबाजों की तलाश में बदायूँ के कुवरगांव में पहुंची दिल्ली पुलिस
कुंवरगांव। एक साल पहले सिविल लाइंस पुलिस के हत्थे चढ़े अर्सिस गांव के छविराम और महेंद्र आज भी नकली नोटों का धंधा कर रहे हैं। दो दिन पहले छविराम दिल्ली में पकड़ा गया और उसका साथी भागने में कामयाब रहा। शुक्रवार को उसकी तलाश में दिल्ली पुलिस अर्सिस गांव पहुंची लेकिन तस्कर यहां से भी भागने में कामयाब रहा। पुलिस उसकी तलाश में लगी हुई है।
थाना क्षेत्र के गांव अर्सिस निवासी छविराम उर्फ राजकुमार यादव और महेंद्र काफी समय से नकली नोटों की तस्करी कर रहे हैं। पिछले साल बिहार से नकली नोट लाकर क्षेत्र में सप्लाई कर रहे थे। कुंवरगांव पुलिस उनकी तलाश में लगी थी लेकिन उससे पहले सिविल लाइंस पुलिस ने उन्हें दबोच लिया था। इसके बाद दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया।
कुछ समय बाद दोनों जमानत करवाकर बाहर आ गए और कहीं बाहर चले गए। शुक्रवार को दिल्ली पुलिस के सब इंस्पेक्टर अजय तोमर तस्कर महेंद्र को तलाश करते हुए अर्सिस गांव पहुंचे। दिल्ली पुलिस को देखकर गांव में खलबली मच गई। जानकारी के दौरान पता चला कि तस्कर छविराम दो दिन पहले दिल्ली के थाना पीआईए ईस्ट में नकली नोटों के साथ पकड़ा गया।
उसने पूछताछ में दो साथियों के नाम महेंद्र और बिल्सी थाना क्षेत्र के गांव बादशाहपुर निवासी एक युवक बताया है। दिल्ली पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए दबिश दी लेकिन शुक्रवार शाम तक कोई आरोपी नहीं पकड़ा गया। सब इंस्पेक्टर अजय तोमर ने बताया छविराम नकली नोटों के धंधे से जुड़ा है। संबंधित थाना पुलिस से आपराधिक रिकॉर्ड मांगा गया है। जल्द ही दोनों तस्करों को भी पकड़ लिया जाएगा।
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