इंसानों पर जुल्म सहें और रंगों पर लड़ जाते हैं । अपने देश की धरती पर नफ़रत के फूल उगाते हैं
समर इंडिया
भरतिया फाउंडेशन द्वारा जे.बी.एफ मेडिकल सेंटर भरतिया ग्राम में आयोजित सांस्कृतिक संध्या में अमरोहा के अपर जिलाधकारी भगवान शरण ने भगवान श्री राम के जीवन और चरित्र से प्रेरणा लेने का आव्हान किया । उन्होंने श्रीरामचरितमानस की कई घटनाओं का उल्लेख करते हुए भगवान श्री राम की महिमा का गुणगान किया ।
उनके द्वारा सुनाए गए भजनों पर श्रोता श्रद्धा में झूमने को मजबूर हो गए । कभी प्यासे को पानी पिलाया नहीं । बाद में गंगा जल पिलाने से क्या फायदा ।। सांस्कृतिक संध्या में अमरोहा के जिला आबकारी अधिकारी राज्यपाल पुरस्कार प्राप्त कवि अनुराग मिश्र गैर ने कई रचनाएं प्रस्तुत कीं । उन्होंने भारत के गणतंत्र की प्रशंसा करते हुए कहा,भारत का गणतंत्र महान । सबसे अलग इसकी पहचान ।। दुनिया जब पत्थर युग में थी । तब थे यहां पे वेद पुराण ।। लोकतंत्र, मानवता,सच का । रचा यहीं पर गया विधान । एक ब्रह्म है ब्रह्म सत्य है । कहते यहीं के संत सुजान।। हसनपुर के वरिष्ठ अधिवक्ता, साहित्यकार एवं शायर मुजाहिद चौधरी ने श्री कृष्ण जी के नाम एक चिट्ठी सहित कई रचनाएं प्रस्तुत कीं । उनका यह मुक्तक बहुत पसंद किया गया ।
*इंसानों पर जुल्म सहें और रंगों पर लड़ जाते हैं । अपने देश की धरती पर नफ़रत के फूल उगाते हैं ।। छोड़ के कुरआं, वेद की बातें नए नए पाठ पढ़ाते हैं ।इंसानों को इंसानों से रोज़ यूं ही लड़वाते हैं ।।* मुरादाबाद से आई कवयत्री हेमा तिवारी भट ने श्री रामचंद्र जी की महिमा, मां तथा वसन्त पर अपनी रचनाएं पढ़ीं । वासंती दोहे प्रस्तुत करते हुए कहा,शूल सुमनवत हो गये, लगा रुदन भी हास।संचित जब हमने किया, वासन्ती उल्लास । शिशिर विचारों से हटे,हो वसंत सी भोर।’ हेमा’ मन रवि यदि बढ़े, सम्यक पथ की ओर।। ।।* जुबिलेंट के निदेशक जनसंपर्क सुनील दीक्षित द्वारा कार्यक्रम का शानदार संचालन किया गया । इस अवसर पर जुब्लीएंट इंग्रेविया द्वारा भगवान शरण एडीएम, अनुराग मिश्र गैर, मुजाहिद चौधरी, हेमा तिवारी भट तथा सुनील दीक्षित को स्मृति चिन्ह व शाल भेंट कर सम्मानित किया गया । इस अवसर पर कार्यक्रम के आयोजक डॉ. सुजिंदर फोगाट चिकित्सा प्रमुख जुबिलेंट इनग्रेविया,पृथी सिंह सहित सैकड़ों गणमान्य नागरिक व श्रद्धालु उपस्थित रहे ।