upi payment: यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस
upi payment भारत में नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा विकसित एक त्वरित भुगतान प्रणाली है। इंटरफ़ेस अंतर-बैंक पीयर-टू-पीयर (पी2पी) और व्यक्ति-से-व्यापारी (पी2एम) लेनदेन की सुविधा प्रदान करता है। इसका उपयोग मोबाइल उपकरणों पर दो बैंक खातों के बीच तुरंत धनराशि स्थानांतरित करने के लिए किया जाता है। डिवाइस का मोबाइल नंबर बैंक के साथ पंजीकृत होना आवश्यक है।
प्राप्तकर्ता कीupi payment का उपयोग पैसे ट्रांसफर करने के लिए किया जा सकता है। यह तत्काल भुगतान सेवा (आईएमपीएस) के शीर्ष पर एक ओपन सोर्स एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफ़ेस (एपीआई) के रूप में चलता है, और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा विनियमित है। भारतीय बैंकों ने 25 अगस्त 2016 को अपने UPI-सक्षम ऐप्स को Google Play Store पर उपलब्ध कराना शुरू किया। उपयोगकर्ताओं की संख्या, लेनदेन की मात्रा और के मामले में इसे दुनिया में सबसे सफल भुगतान प्रणाली माना जाता है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस upi payment) सिस्टम में लेनदेन के लिए बैंकों द्वारा जारी प्री-एप्रूव्ड क्रेडिट लाइन को मंजूरी दे दी है। आरबीआई से मंजूरी मिलने के बाद अब यूपीआई में लेन-देन के लिए बैंकों की तरफ से जारी प्री-अप्रूव्ड लोन सर्विस जोड़ दिया जाएगा। इससे बैंक ग्राहक खाते में पैसा नहीं होने पर भुगतान करने के लिए सक्षम होंगे।
क्रेडिट लाइन सुविधा एक तरह का लोन होगा जो बैंकों की ओर से अपने ग्राहकों को प्री-एप्रूव्ड होगा। यानी, बैंक आपको एक तय लोन की रकम प्री-एप्रूव्ड कर देंगे। इस पैसे का इस्तेमाल आप जरूरत पड़ने पर यूपीआई से भुगतान के लिए कर पाएंगे। इसके तहत प्री-एप्रूव्ड लोन में से जितनी राशि आप खर्च करेंगे, उतने पर बैंक आपसे ब्याज वूसलेगा। यूपीआई क्रेडिट लाइन के तहत बैंक आपकी क्रेडिट हिस्ट्री और प्रोफाइल देखते हुए कर्ज की सीमा तय करेगी। इस कारण हर व्यक्ति के लिए ये सीमा अलग-अलग हो सकती है।
किस तरह इस सेवा का उठा पाएंगे upi payment फायदा
आपको क्रेडिट लाइन सुविधा का लाभ उठाने के लिए बैंक के पास आवेदन देना होगा। इसके बाद बैंक यह सुविधा आपके खाते के साथ जोड़ देंगे। आरबीआई से मंजूरी मिलने के बाद जल्द ही यह सुविधा अधिकांश सरकारी और निजी बैंक शुरू कर सकते हैं।
upi payment से लेनदेन 100 अरब तक पहुंचने की क्षमता
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) दिलीप असबे ने मंगलवार को कहा कि भारत के पास यूपीआई के जरिये 100 अरब से भी अधिक लेनदेन करने की क्षमता है। यह देश में यूपीआई से मौजूदा समय में होने वाले मासिक लेनदेन का 10 गुना होगा।
upi payment वर्ष 2016 में एकीकृत भुगतान मंच
के तौर पर यूपीआई की शुरुआत के बाद से इसके जरिये होने वाले लेनदेन की संख्या अगस्त महीने में 10 अरब के पार पहुंच गई है। असबे ने यहां ग्लोबल फिनटेक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान में देश के भीतर 35 करोड़ लोग यूपीआई का इस्तेमाल करते हैं और इनकी संख्या में तीन गुना बढ़ोतरी की गुंजाइश है। उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप इसके सम्मिलित प्रभाव को लें तो हम मौजूदा स्थिति से 10 गुना लेनदेन तक पहुंच सकते हैं।’’
He has 18 years of experience in journalism. Currently he is the Editor in Chief of Samar India Media Group. He lives in Amroha, Uttar Pradesh. For contact samarindia22@gmail.com