up police जिसने जीवन भर लोगों को न्याय दिलाने के लिए न्यायालय से जंग लड़ी
वही अधिवक्ता पुत्रों की उत्पीड़न से त्रस्त होकर थाना अध्यक्ष से मांग रहा है इच्छा मृत्यु
{बदायूं से समर इंडिया के लिए एसपी सैनी की रिपोर्ट}
up police वृद्ध अधिवक्ता पुत्रों द्वारा किए जा रहे उत्पीड़न से इतना त्रस्त हो चुका है
बदायूं : बदायूं जनपद के न्यायालय परिसर में बादकारियों को न्याय दिलाने के लिए जिस अधिवक्ता ने कई दशकों तक न्यायालय से जंग लड़ी हो वही अधिवक्ता अपने दो कलयुगी पुत्रों न्याय के लिए परिवार में जंग लड़ रहा है वृद्ध अधिवक्ता पुत्रों द्वारा किए जा रहे उत्पीड़न से इतना त्रस्त हो चुका है उसने थाना अध्यक्ष सिविल लाइंस को पत्र लिखकर तिल तिल तड़प तड़प कर मर जाने से बेहतर है
up police आप मुझे इच्छा मृत्यु की अनुमति प्रदान कर दें जिससे प्रार्थी इच्छा मृत्यु का निर्णय ले सके।
उपरोक्त मामला थाना सिविल लाइंस क्षेत्र के मोहल्ला मकान नंबर 362 आदर्श नगर कॉलोनी जनपद बदायूं निवासी 85 वर्षीय वृद्ध अधिवक्ता रमेश चंद्र शर्मा ने पुलिस को दिए गए प्रार्थना पत्र में उत्पीड़न कर रहे दो पुत्रों पर लगाते हुए उनके विरुद्ध कार्रवाई किए जाने के साथ ही इच्छा मृत्यु की अनुमति दिए जाने की मांग की है जिससे वह इच्छा मृत्यु का निर्णय ले सके। प्रार्थना पत्र पाकर थाना सिविल लाइंस पुलिस भी असमंजस में पड़ गई है।
up police को प्रेषित प्रार्थना पत्र में वरिष्ठ अधिवक्ता रमेश चंद्र शर्मा ने बताया
उसके दो पुत्र योगेंद्र शर्मा ,देवेंद्र शर्मा पुत्रगण रमेश चंद्र शर्मा शराब पीकर अक्सर मारपीट उत्पीड़न करते रहते हैं उपरोक्त दोनों लोगों ने 18 मँई वर्ष 2024 को मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। जिसकी शिकायत सिविल लाइंस थाना अध्यक्ष से की थाना अध्यक्ष ने दो पुलिस आरक्षी भेज कर मामले की जांच करने भेजो आरक्षी आरोपी पुत्रों को समझा बूझाकर वापस चले गए।
प्रार्थी मन बहलाने के वास्ते कुछ दिनों के लिए बाहर चला गया था
अब जब लौट कर आया तो उपरोक्त दोनों कलयुगी पुत्रों ने 20 जून वर्ष 2024 को रात 9:00 बजे के लगभग पुनः मारपीट की तथा गंभीर रूप से घायल कर दिया प्रार्थी की आवाज सुनकर उसके तीसरे पुत्र शैलेंद्र शर्मा उसकी पत्नी पूजा शर्मा ने जैसे तैसे आरोपियों के चुंगल से उसे बचाया उसने मामले की जानकारी तत्काल थाना सिविल लाइंस पुलिस को दी।
परंतु up police ने कोई कार्रवाई नहीं की पुलिस द्वारा आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं किए जाने से उनके हौसले बुलंद हो रहे हैं ।उपरोक्त दोनों पुत्रों द्वारा मेरे साथ जो उत्पीड़न की कार्रवाई की जा रही है उससे मुझे जीवन में निराशा मिल रही है मैं पूर्ण रूप से निराश होने के साथ-साथ टूट चुका हूं अब जीने की इच्छा शक्ति नहीं रही है आरोपी पुत्र भी उसे जान से मार देने की हमेशा धमकी देते रहते हैं
जिससे मेंरा तिल तिल करके उत्पीड़न होता रहे उससे बेहतर है मुझे थाना अध्यक्ष इच्छा मृत्यु की इजाजत दे दें अगर थाना अध्यक्ष मुझे इच्छा मृत्यु की इजाजत दे देते हैं तो मैं स्वयं इच्छा मृत्यु कर लूंगा ।वरिष्ठ अधिवक्ता ने थाना अध्यक्ष से आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई भी किए जाने की भी मांग की है।
He has 18 years of experience in journalism. Currently he is the Editor in Chief of Samar India Media Group. He lives in Amroha, Uttar Pradesh. For contact samarindia22@gmail.com