खेत में सांड छत पर बंदर और गलियों में कुत्ते ऐसा लग रहा है जैसे हम चिड़िया घर में रह रहे हो
बंदरों के आतंक से परेशान जनता का प्रदर्शन-
गजरौला रेलवे स्टेशन मालगोदाम रोड और शिवपुरी पर काफी समय से बंदरों से लोग बहुत परेशान हैं आए दिन बंदर लोगों को बच्चों को महिलाओं को घायल कर देते हैं काटने को पीछे दौड़ते हैं और कई बार ऐसा भी हुआ है कि लोग छत से गिरकर ऐसे में मौत का शिकार हो गए 3 वर्ष पहले पूर्व प्रधानाचार्य राजेंद्र सिंह जी की मृत्यु ही बंदरों के आक्रमण के कारण हुई थी
आज दिनांक 12 फरवरी को गजरौला रेलवे स्टेशन मालगोदाम रोड पर बहुत सारे महिला पुरुष और बच्चे कर्तव्य और नारे लगाए कि बंदरों के आतंक से हमें मुक्ति दिलाओ, लव कुमार ने कहा कि बंदरों से बचने के चक्कर में मेरे माता जी का हाथ टूट गया, कहा कि खेत में सांड छत पर बंदर और गलियों में कुत्ते ऐसा लग रहा है जैसे हम चिड़िया घर में रह रहे हो उपस्थित महिलाओं ने कहा कि हमारे कई सदस्यों को बच्चों को बंदर ने काटा है वहां पर उपस्थित नवीन गर्ग ने कहा कि आए दिन यह बंदर आक्रमक हो जाते हैं और लोगों का रास्ता तक रोक लेते हैं,
आशा ने कहा कि पूरी रात छत पर बंदर उछल कूद करते हैं ऐसा लगता है कि बहुत सारे लोग छत पर आ गए हो, पूरी रात सोने नहीं देते, प्रशांत कुमार यादव ने कहा कि बंदरों के हमले में गिरने के कारण पिछले 2 वर्ष पहले हमारे पड़ोसी राजेंद्र सिंह जी की ऐसे में मौत हो गई थी, बच्चों और महिलाओं का सड़क पर निकलना दूभर है बच्चों को और महिलाओं को कई बार काट कर घायल कर देते हैं, वरिष्ठ समाजसेवी तेजवीर सिंह अलुना ने कहा कि अकेले शिवपुरी में ही कई करोड़ का लोहा बंदरों से बचने के लिए लगा हुआ है लेकिन फिर भी बंदर नहीं रुक पा रहे हैं दिन रात छतों पर तांडव मचाते हैं
घर के सामान उठाकर ले जाते हैं कपड़े उठाकर ले जाते हैं और निडर होकर घर में घुस जाते हैं जिम्मेदार अधिकारी और प्रशासन से अतिशीघ्र बंदरों के आतंक से मुक्ति दिलाने का निवेदन किया, लोगों ने कहा कि बंदरों की नसबंदी की जानी चाहिए लोग बड़े व्यथित और परेशान नजर आए नारे लगाकर प्रदर्शन किया, इस दौरान वरिष्ठ समाजसेवी तेजवीर सिंह अलुना नवीन गर्ग,लव चौधरी, प्रशांत कुमार यादव आशा देवी,ज्योति,विमला, श्याम बाबू वर्मा ,वन सहाब,सुनीता देवी,रामकुमार यादव ,दीपक गोस्वामी सहित सैकड़ों महिला पुरूष व बच्चे उपस्थित रहे