राजनितिक शह पर दबंगों का साथ देते रहे थाना प्रभारी, दरोगा व सिपाही..

राजनितिक शह पर दबंगों का साथ देते रहे थाना प्रभारी, दरोगा व सिपाही.. पुलिस की दबंगई से पीड़ित ने कोर्ट में ली शरण,थाने में ही दर्ज हुआ मुकदमा मूसाझाग थाने …

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राजनितिक शह पर दबंगों का साथ देते रहे थाना प्रभारी, दरोगा व सिपाही..

पुलिस की दबंगई से पीड़ित ने कोर्ट में ली शरण,थाने में ही दर्ज हुआ मुकदमा

मूसाझाग थाने के थाना इंचार्ज और दरोगाओं की करतूतें उजागर,कोर्ट ने मुकदमा दर्ज करने का दिया आदेश

बदायूँ।मूसाझाग थाना क्षेत्र के गांव हसनपुर में दबंग दबंगई करता रहा और थाना प्रभारी, दरोगा और पुलिस कर्मी उसका साथ देते रहे।पीड़ित शिकायत पर शिकायत करता रहा और पुलिसकर्मी दबंग पर कार्रवाई करने की जगह उसका को ही धमकाते और कार्रवाई करते रहे। यहां तक प्रतिबंधित पशु की हत्या में भी जेल भेज दिया।फिर दो लाख मांगे,नहीं देने पर गैंगस्टर की कार्रवाई तक कर दी। सुनवाई न होने पर पीड़ित ने कोर्ट में शरण ली। जिसके बाद मूसाझाग थाने के थाना इंचार्ज, दरोगाओं और पुलिस कर्मियों की कारगुजारियों उजागर हुईं।मामला आठ अगस्त 2023 से शुरू हुआ। मूसाझाग थाना क्षेत्र के गांव हसनपुर निवासी सिराजउद्दीन ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर बताया कि गांव के कुछ लोगों से उसकी पुरानी रंजिश चल रही थी। विपक्षियों से  मिलीभगत के चलते दरोगा सुनील कुमार ने आठ अगस्त 2023 को पुलिस फोर्स के साथ उसके परिवार के सालिम के घर पर दबिश दी थी।पुलिस कर्मियों ने उसके उसके भाई की पत्नी व बच्चों के साथ मारपीट की।आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने बक्से का ताला तोड़कर आठ हजार रुपये की नकदी व सोने-चांदी के जेवर लूट ले गए। नौ जुलाई को मामले की शिकायत सीओ से की गई। शिकायत करने पर पुलिसकर्मी उससे और ज्यादा चिढ़ गए।

22 तारिख को पुलिसकर्मी फिर से उसके घर में घुस आए। उन्होंने सालिम, अशरफ, गुल मोहम्मद, ताजिब आदि को पकड़ लिया। पुलिस सालिम आदि को पकड़कर थाने ले आई। एसओ शिवेंद्र भदौरिया, एसआई सोमेंद्र भदौरिया, सिपाही हरीश, अर्जुन, प्रेमराज, नरेश कुमार, गौरव सिंह व भोजराज ने उनके साथ मारपीट की।अगले दिन कुल्हाड़ी, छुरी आदि लगाकर प्रतिबंधित पशु की हत्या के आरोप में उन्हें जेल भेज दिया।इसके बाद नए एसओ महेंद्र पाल सिंह ने दो लाख रुपये मांगे। कहा, रुपये नहीं दिये तो गैंगस्टर की कार्रवाई की जाएगी।रुपये नहीं देने पर पुलिस ने उन पर गैंगस्टर की कार्रवाई कर दी।

मामले की शिकायत पुलिस के उच्चाधिकारियों से की गई, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई।मजबूर होकर उसने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।कोर्ट ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्कालीन एसओ शिवेंद्र भदौरिया,महेंद्र पाल सिंह समेत 10 पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं।

खुद के थाने में बने आरोपी, होगी विवेचना:-मूसाझाग थाना हमेशा चर्चाओं में रहा है।यहां पर दो महीने पहले ही एक सिपाही पर गुलड़िया इलाके में मेले में अश्लील नृत्य कराने के बदले में अनाज व रुपये मांगे थे।जिस पर कार्रवाई हुई।अब कोर्ट के आदेश पर दो थाना प्रभारी व दरोगा संग सात पुलिस कर्मियों उसी थाने में उसके कृत्य की विवेचना होगी,जहां वे तैनात रहे।जहां तैनाती रही वहीं पर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ।राजनैतिक संरक्षण के बाद भी पुलिस कर्मी मुकदमा दर्ज होने से अपने आप को नहीं बचा सके।थाने में मुकदमा दर्ज कर मामले की विवेचना शुरू कर दी है।

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