अधूरा पुल बन गया मौत का कुआँ: तीन युवकों की कार अधूरे पुल से गिरी,तीन लोगों की हुई दर्दनाक मौत

अधूरा पुल बन गया मौत का कुआँ: तीन युवकों की कार अधूरे पुल से गिरी,तीन लोगों की हुई दर्दनाक मौत सवा साल से अधूरे पुल…

अधूरा पुल बन गया मौत का कुआँ: तीन युवकों की कार अधूरे पुल से गिरी,तीन लोगों की हुई दर्दनाक मौत

सवा साल से अधूरे पुल पर रोक न संकेतक…20 फुट नीचे गिरी कार, खून से लाल हुआ पानी

बदायूँ।रामगंगा नदी पर बना पुल सवा साल से अधूरा पड़ा है। रविवार तड़के इस अधूरे पुल के रास्ते तीन लोग मौत के मुंह में समा गए। कार सवारों को यह जानकारी नहीं थी कि पुल अधूरा है। पुल पर कोई रोक या संकेतक भी नहीं लगे हैं। पुल खत्म होते ही उनकी कार 20 फुट नीचे जा गिरी, जिससे तीनों की मौत हो गई।गुरुग्राम से बरेली के फरीदपुर में शादी समारोह में शामिल होने आ रहे तीन युवकों की कार रविवार तड़के अधूरे पुल से करीब 20 फुट नीचे आ गिरी। हादसे में तीनों की मौत हो गई। ये लोग गूगल मैप से रास्ता देखते हुए चल रहे थे। इसी दौरान बदायूं के समरेर को फरीदपुर से जोड़ने वाले रामगंगा पर बने अधूरे पुल पर चढ़ गए और हादसे का शिकार हो गए।

मृतकों में मैनपुरी के बिछवां निवासी अमित सिंह (38), फर्रुखाबाद के एमादपुर हीरामन निवासी अजीत कुमार (35) और उनके चचेरे भाई नितिन (30) शामिल हैं। अमित की गुरुग्राम में सिक्योरिटी एजेंसी है, जबकि अजीत इसी एजेंसी में ऑपरेशन एग्जिक्यूटिव थे। नितिन गुरुग्राम में अजीत के साथ रहकर अपनी कार ओला में चलाते थे। तीनों आपस में अच्छे दोस्त भी थे।

खल्लपुर गांव के कुछ लोग रविवार सुबह खेतों की ओर गए तो पुल के नीचे कार पड़ी देखी। अंदर खून से लथपथ तीन शव देख पुलिस को सूचना दी गई। इस पर फरीदपुर व बदायूं के दातागंज की पुलिस पहुंची। मृतकों के मोबाइल की मदद से घर वालों को सूचना दी। फरीदपुर सीओ आशुतोष शिवम ने बताया कि घटनास्थल फरीदपुर है। इस वजह से यहां की पुलिस ने तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।सवा साल बाद भी अधूरा पड़ा है पुल:-पिछले साल सितंबर में संपर्क मार्ग बह जाने के बाद से पुल अधूरा पड़ा है। तब से फाइलों पर ही कवायद चल रही है। पुल बनाने की दिशा में अभी तक ठोस कदम नहीं उठाए जा सके।

रोकने के लिए नहीं था अवरोध:-दातागंज की ओर से वाहनों को रोकने के लिए कोई अवरोध नहीं है। पहले दीवार बनाई गई थी, लेकिन अब वह टूट चुकी है। हादसे के बाद अस्थायी रूप से ईंट रखकर दीवार बना दी गई है। इसके अलावा लोगों को सचेत करने के लिए कहीं भी कोई संकेतक या सूचना नहीं लगाई गई है।
पूरी तरह गूगल मैप के भरोसे रहे:-युवक गूगल मैप के भरोसे ही चलते रहे। किसी स्थानीय व्यक्ति से जानकारी नहीं ली। पुल के बारे में तीनों को जानकारी नहीं थी। पुल खत्म होते ही तीनों मौत के मुंह में समा गए।
कार चलाने वाले युवक के मोबाइल में खुला था गूगल मैप:-पुलिस को कार से गुरुग्राम की सिक्योरिटी एजेंसी का कार्ड मिला। इसमें नाम विवेक कुमार उर्फ अजीत और पद ऑपरेशन एग्जिक्यूटिव लिखा था। इसी बीच नितिन के परिजनों की सूचना पर पहुंचे फरीदपुर के पढ़ेरा गांव निवासी प्रमोद कुमार सिंह ने भी मृतकों की पहचान कर ली।
उन्होंने बताया कि ये शव उनके साले फर्रुखाबाद निवासी नितिन कुमार सिंह, अजीत कुमार और आगरा के अमित सिंह के हैं। कार नितिन ही चला रहे थे। पुलिस को नितिन के मोबाइल का गूगल मैप खुला मिला। ऐसे में अंदेशा जताया जा रहा कि ये गूगल मैप देखकर चल रहे थे।रिपोर्ट-जयकिशन सैनी

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