संपत्ति विवाद के बंटवारे को लेकर भाई ने भाई को ईटों से कुचला, गंभीर रूप से घायल
परिजनों द्वारा उपचार न करने से पीड़ित की मौत चाचा की भूमिका संदिग्ध, हत्यारा भाई फरार
(सहसवान से समर इंडिया के लिए एसपी सैनि की रिपोर्ट)
सहसवान: सहसवान बदायूं राज्य मार्ग पर स्थित ग्राम खंदक में संपत्ति बंटवारे को लेकर दिल्ली से पहुंचे एक भाई ने अपने भाई की दिनदहाड़े बृहस्पतिवार को 4:00 बजे के लगभग मामूली कहासुनी के बाद पहले तो लाठी डंडों से मारपीट की बाद में बड़ा सा पत्थर मारकर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया घटना के तत्काल बात कलयुगी भाई उसका चाचा एवं अन्य परिजन पुलिस को बिना सूचना दिए घर ले गए जहां उसका उपचार नहीं कराया उपचार न मिलने से भाई ने शनिवार की रात दम तोड़ दिया घटना के बाद हमलावर भाई दिल्ली भाग गया आरोप है मृतक ने बृहस्पतिवार की सुबह 11:00 के थाना पुलिस को प्रार्थना पत्र देखकर आरोपी भाई पर हत्या की आशंका व्यक्त करते हुए सुरक्षा की मांग की थी परंतु पुलिस ने मृतक के प्रार्थना पत्र को अनदेखा कर दिया जिसके कारण मृतक टीटू को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा घटना के बाद परिजन मृतक केशव को पुलिस को बिना सूचना दिए कछला गंगा घाट पर शव का अंतिम संस्कार करने के लिए ले गए। इधर मृतक टीटू की हत्या का समाचार समर इंडिया में ब्रेकिंग चलने के बाद प्रभारी निरीक्षक एवं पुलिस कर्मी मृतक के घर पहुंच गए हैं।
जानकारी के मुताबिक ग्राम खंदक निवासी मृतक प्रेमपाल सिंह के तीन बेटे जिसमें विक्रम, मनोज, टीटू, मौजूद है टीटू ग्राम में रहकर अपनी मेहनत मजदूरी करके गुजर बसर करता है जबकि विक्रम और मनोज दिल्ली रहकर अपना रोजगार कर रहे हैं टीटू( 26 वर्ष)की शादी नहीं हुई थी बताया जाता है टीटू के पिता प्रेमपाल ने भी कुछ वर्ष अग्निदह कर अपनी आत्महत्या कर ली थी जबकि टीटू के एक भाई की भी संदिग्ध परिस्थितियों में हत्या हो गई थी मृतक प्रेमपाल के पुत्रो के पास बंटवारे में एक-एक बीघा भूमि आई थी जबकि तीनों भाइयों के पास अपने एक-एक मकान हैं बताया जाता है मृतक टीटू का चाचा लाला ईष्या रखता है लाल के चार पुत्र हैं जिसमें तीन पुत्रों की शादी हो चुकी है एक अविवाहित है जानकार सूत्रों का कहना है की लाला के पास मात्र एक मकान होने की वजह से चौथे पुत्र की शादी नहीं हो पा रही थी लाला को एक मकान की आवश्यकता थी लाला के मकान के पास ही टीटू का मकान है लाला हर कीमत पर टीटू का मकान खरीदना चाहता था परंतु टीटू अपनी विधवा मां जय श्री के साथ रहता था टीटू ने लाला के हाथों मकान बेचने से इनकार कर दिया बताया जाता है कि लाल उसी दिन से टीटू से खुन्नस मानने लगा आरोप है लाला ने विभीषण की भूमिका अदा करते हुए भाई को भाई से लड़वाने का रास्ता निकाल लिया उसने दिल्ली रह रहे टीटू के भाई विक्रम को टीटू के बारे में उल्टा सीधा कहकर भड़का दिया चर्चा है कुछ दिन पूर्व टीटू और विक्रम की मोबाइल पर कहां सुनी हुई थी जिसमें विक्रम ने टीटू को निपटाने की भी धमकी दी थी यही कारण था की टीटू ने 26 सितंबर को 11:00 बजे के लगभग थाना कोतवाली सहसवान पहुंचकर अपने भाई विक्रम पर दिल्ली से पहुंच कर हत्या करने का आरोप लगाते हुए सुरक्षा की मांग की थी प्रार्थना पत्र देखकर टीटू अपने घर आ गया बताया जाता है की ग्राम खंदक के बदायूं मेरठ राज्य मार्ग चौराहे पर विक्रम दिल्ली से आ धमका और उसे 4:00 के लगभग चौराहे पर ही पकड़कर भारी भीड़ के समक्ष गाली गलौज करते हुए लाठी डंडों से मारपीट कर जख्मी कर दिया इस पर भी जब विक्रम का गुस्सा शांत नहीं हुआ तो उसने एक बड़ा सा पत्थर मार कर विक्रम को लहू लोहान कर दिया प्रत्यक्ष दर्शनों का कहना है कि मौके पर टीटू का चाचा लाला भी मौजूद था जिसने टीटू को बचाने का प्रयास नहीं किया गंभीर रूप से घायल टीटू को परिजन तथा ग्रामीण लोग उसे उसके घर ले गए उसका उपचार नहीं कराया बताया जाता है कि उपचार न मिलने के कारण टीटू को सर चोट लगने के कारण टीटू को लगातार उल्टी आती रही जिसके कारण टीटू की शनिवार की सुबह घर पर ही दर्दनाक मौत हो गई इससे पूर्व घटना के तत्काल बाद आरोपी तथा कथित भाई विक्रम घटना को अंजाम देने के बाद दिल्ली भाग गया आरोप है कि मृतक टीटू की मां जयश्री ने अपनी परिजनों से टीटू का उपचार कराने को भी कहा तथा यह भी कहा कि मामले की जानकारी पुलिस को दे दे परंतु मृतक टीटू के चाचा ने पुलिस को सूचना देने से इनकार कर दिया और आनंद-खनन में चंद परिजन तथा ग्रामीणों के साथ पुलिस को बिना सूचना दिए ट्रैक्टर ट्राली में रखकर अंतिम संस्कार करने के लिए टीटू के शब को कछला गंगा घाट ले गए जब उपरोक्त लोग मृतक के शव को अंतिम संस्कार करने के लिए कछला गंगा घाट लेकर जा रहे थे समर इंडिया समाचार पत्र द्वारा ब्रेकिंग समाचार प्रकाशित करने के उपरांत थाना कोतवाली प्रभारी निरीक्षक भारी पुलिस बल के साथ मृतक टीटू के घर पहुंच गए हैं काश पुलिस ने 26 सितंबर दिन बृहस्पतिवार मृतक टीटू के प्रार्थना पत्र को गंभीरता से लिया होता तो मृतक टीटू को जान से हाथ धोना ना पड़ता। इधर प्रभारी निरीक्षक का कहना है कि मृतक काफी समय से बीमार था बीमारी के चलते उसकी मृत्यु हुई है प्रभारी निरीक्षक ने टीटू की भाई द्वारा की गईक हत्या घटना से इनकार किया है।