गहलोत जी Rajasthan में आप दलित उत्पीड़न पर चुप क्यों है
25 अगस्त को Rajasthan जालोर से रवाना हुई बहुजन न्याय यात्रा नौवें दिन पहुंची किशनगढ़
लगभग 550 किलोमीटर का सफर तय कर रविवार को पहुंचेगी जयपुर, सोमवार को मिलेंगे सीएम से
किशनगढ़। वैसे तो कांग्रेस सरकार का नारा “कांग्रेस का हाथ गरीब का साथ” है। लेकिन वर्तमान में राजस्थान में बिल्कुल इसके उल्टा हो रहा है। राजस्थान की गहलोत सरकार फ्री की लुभावनी योजनाएं चलाकर दलित आदिवासी व गरीब तबके को लुभाना चाहती है लेकिन दलित आदिवासी आज सड़कों पर उतरने को मजबूर हैं। दरअसल हम बात कर रहे है जालोर जिले के उन दलित बहुजन समाज का जिन्हे कांग्रेस के कार्यकाल में भी न्याय नहीं मिल रहा है
जिसकी वजह से इन्हें सड़कों पर उतरकर न्याय के लिए Rajasthan जयपुर पैदल कुच करना पड़ रहा है।
जालोर से गत 25 अगस्त को भीम आर्मी प्रदेशाध्यक्ष गोपाल परमार के नेतृत्व में रवाना हुई बहुजन दलित आदिवासी समाज पैदल न्याय यात्रा शनिवार को किशनगढ़ पहुंचीं। किशनगढ़ सिटी में कांग्रेस सरकार व जालोर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आगे जयपुर के लिए रवाना हुए। किशनगढ़ सिटी में जगह जगह इस न्याय यात्रा का फूल माला से स्वागत किया गया। वहीं कही साथी इस न्याय यात्रा में जुड़े। जिन्होंने शहर तक का साथ देकर इस यात्रा का हौसला बढ़ाया। किशनगढ़ शहर में बहुजन समाज के कार्यकर्ताओं द्वारा माला पहनाकर व पुष्प वर्षा कर इस न्याय यात्रा का स्वागत किया।
न्याय नहीं मिला तो करेंगे महाआंदोलन Rajasthan
न्याय यात्रा का नेतृत्व कर रहे भीम आर्मी प्रदेशाध्यक्ष परमार ने मीडिया से कहा की राजस्थान में दलित आदिवासी समाज सुरक्षित नहीं हैं। असामाजिक तत्वों के द्वारा पिछड़े तबके के लोगों की आए दिन हत्याएं की जा रही हैं। लेकिन कांग्रेस सरकार इस पर चुप हैं। जिसका खामियाजा राज्य की गहलोत सरकार को चुनावों में भुगतना पड़ेगा। दलित समाज अब सड़कों पर उतर चुका है। अपने हक की लड़ाई के लिए दलित आदिवासी समाज किसी भी हद तक जा सकता है। सरकार को दलित समाज पर हो रहे अत्याचार पर तुरंत संज्ञान लेकर कार्यवाही करनी चाहिए
Rajasthan वरना हमे महा आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
उन्होंने बताया कि जालोर जिले में पिछले साल हुई संत रविदास जी महाराज की हत्या व लगभग दो माह पहले हुई सुमेरराम मेघवाल, महेंद्र मेघवाल व कालूराम मेघवाल की हत्या के आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाएं अन्यथा अभी तो एक समूह सड़कों पर चल रहा है। सरकार पूरे बहुजन आदिवासी समाज को सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर न करें।
सोमवार को मिलेंगेRajasthan सीएम से
परमार ने बताया कि हम रविवार को जयपुर पहुंच जाएंगे। वहीं सोमवार को सीएम के नाम ज्ञापन सौंपेंगे। अगर राज्य सरकार हमारी मांगे नहीं मानती हैं तो राजस्थान बंद किया जाएगा। इस दौरान न्याय यात्रा में सूजाराम, पारसा राम, घेवाराम, डायाराम, गेबाराम चौहान, हपेंद्र, ओमाराम, मेघाराम, महेंद्र निम्बला, पप्पूराम, प्रकाश, रमेश दहिवा, रेशमाराम, श्रवण, कांतिलाल, दिनेश, अंबाराम सहित सैकड़ों प्रदर्शनकारी राज्य सरकार के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए जयपुर के लिए पैदल कुच कर रहे है।
He has 18 years of experience in journalism. Currently he is the Editor in Chief of Samar India Media Group. He lives in Amroha, Uttar Pradesh. For contact samarindia22@gmail.com