चंडीगढ़ : Punjab में सड़क हादसों की मृत्यु दर कम करने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान की अगुवाई में प्रदेश सरकार ने सडक़ सुरक्षा फोर्स की शुरुआत की। इस शुरुआत के कारण सडक़ दुर्घटना में घायल व्यक्तियों के अस्पताल पहुंचने पर तत्काल इलाज की व्यवस्था हो गई है।
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सडक़ सुरक्षा फोर्स के गठन के और प्रभावी मदद के चलते पंजाब में सडक़ दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों में भारी कमी आई है। सडक़ दुर्घटना में होने वाली मौतों की संख्या में वर्ष 2023 के मुकाबले वर्ष 2024 में 45.5 प्रतिशत की कमी आई है। दरअसल राज्य में कई ऐसे ब्लैक स्पाट थे जहां पर गंभीर तकनीकी खामियां थीं जोकि हादसे का अहम कारण बन रही थीं।
Punjab सरकार ने ब्लैक स्पाट की तकनीकी खामियों को दूर किया। इस लक्ष्य को पाना इतना आसान नहीं था, क्योंकि ब्लैक स्पाट नेशनल हाई-वे पर भी थे। इसमें विभिन्न प्रकार की तकनीकी खामियां भी थीं जिसे पूरे योजनाबद्ध तरीके से दूर किया गया। एक तरफ मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने ब्लैक स्पाट की खामियों को दूर किया।
दूसरी तरफ सडक़ सुरक्षा फोर्स का गठन किया। सडक़ सुरक्षा फोर्स के ट्रेंड मुलाजिम सडक़ दुर्घटना होने पर लोगों की जान बचाने के लिए पूर्ण रूप से सक्षम हैं। सडक़ सुरक्षा फोर्स राज्य व राष्ट्रीय मार्गों पर 144 अति आधुनिक वाहनों से लैस है। जोकि सडक़ दुर्घटना होने की सूरत में 15 मिनट में घटनास्थल पर पहुंच जाती है।
Punjab ब्लैक स्पाट की तकनीकी खामियों को दूर किया
पहले सडक़ हादसों में एक दिन में 15 से 18 मौतें होती थी, लेकिन अब यह आंकड़ा एक से दो तक पहुंच गया है। Punjab ट्रैफिक व्यवस्था में मान सरकार ने क्रांतिकारी बदलाव किया है। पंजाब पुलिस की ओर से सुधार के लिए नए कदम उठाए जा रहे हंै। अब एसएसएफ की ओर से सडक़ों पर तेज रफ्तार और शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों पर शिकंजा कसने की तैयारी है।