नयी दिल्ली प्रधानमंत्री Modi ने शुक्रवार को कहा कि बचपन में घर-द्वार छोड़ने के बाद जब वह राजनीति में आए और गुजरात के मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने अपने स्कूल के दोस्तों, सभी शिक्षकों, वृहद परिवार और संन्यासी के रूप में जीवन यापन के दौरान पेट भरने वालों को मुख्यमंत्री आवास पर आमंत्रित कर अपनी चार प्रमुख इच्छाओं को पूरा किया था। जेरोधा के सह-संस्थापक निखिल कामथ के साथ एक पॉडकास्ट में संवाद करते हुए मोदी ने यह खुलासा किया। प्रधानमंत्री मोदी का यह पहला पॉडकास्ट है, जिसे उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जारी किया।
PM Modi का पहला पॉडकास्ट इंटरव्यू: युवाओं को मिशन लेकर आने का आह्वान
बचपन के किसी दोस्त से आज भी संपर्क में होने को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में मोदी ने कहा कि उनका मामला थोड़ा विचित्र है क्योंकि बहुत छोटी आयु में ही उन्होंने घर छोड़ दिया था।उन्होंने कहा, ‘‘मतलब सब कुछ। मैं किसी से संपर्क में नहीं था। बहुत बड़ा अंतराल हो गया, मेरा किसी से संपर्क नहीं रहा। किसी से लेना देना भी नहीं था। मेरी जिंदगी ऐसे ही अनजान भटकते इंसान की थी। कोई पूछेगा मुझे, मेरे जीवन ही ऐसा नहीं था।’’उन्होंने कहा कि लेकिन जब वह मुख्यमंत्री बने तो उनके मन में कुछ इच्छाएं थीं, जो उन्होंने पूरी कीं।