New Delhi। राष्ट्रीय राजधानी का रूतबा रखने वाले नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र नाम देने के साथ गुमनामी के अंधकार में धकेल देता है। तमाम राष्ट्रीय संस्थानों और माननीयों के लिए प्रसिद्ध लुयियंस दिल्ली ने राजधानी को छह बार मुख्यमंत्री दिया है।
बेशक इस विधानसभा क्षेत्र का नाम वर्ष 2008 में हुए परिसीमन के बाद गोल मार्केट से बदलकर नई दिल्ली हो गया, पर यह सत्ता का पावरहाउस बना रहा। बीते 26 सालों में यहां से तीन-तीन बार शीला दीक्षित व अरविंद केजरीवाल जीतकर दिल्ली के मुख्यमंत्री बने। लेकिन, जिसकी पराजय हुई वो राजनीतिक के गुमनाम गलियारों में भी खो गया। वक्त के साथ यहां मतदाता भी उसे भुलाते चले गए।
New Delhi: सत्ता का पावरहाउस, इतिहास की गुमनामी में खोया हुआ
New Delhi। राष्ट्रीय राजधानी का रूतबा रखने वाले नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र नाम देने के साथ गुमनामी के अंधकार में धकेल देता है। तमाम राष्ट्रीय संस्थानों और माननीयों के लिए …