फर्जीवाड़ा कर दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाए, पेंशन ली, अब दर्ज हुई एफआईआर
बदायूं। फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र के आधार पर पेंशन लेने की रिपोर्ट उझानी कोतवाली में दर्ज की गई है। अब तक पांच लाख 78 हजार 544 रुपये उसने निकाले गए हैं। इस पर कमांडिंग अफसर ने युवक के खिलाफ बुधवार को एफआईआर दर्ज कराई है।
उझानी कोतवाली में दर्ज कराई गई एफआईआर के मुताबिक, कोतवाली क्षेत्र में रहने वाले मनोज कुमार ने 9 मार्च 2017 को दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आवेदन करना दिखाया है। जब इसके बारे में विभागीय जांच कराई गई तो सीएमओ ने मनोज कुमार के नाम से कोई दिव्यांग प्रमाण पत्र जारी नहीं होने की जानकारी दी, जबकि मनोज दिव्यांग प्रमाण पत्र के आधार पर ही पेंशन ले रहा था। उसने एक नहीं दो फर्जी प्रमाण पत्र बनवाए थे। इसका एफआईआर में जिक्र है। एफआईआर में मनोज को सियाराम और प्रज्ञा देवी का तथाकथित बेटा बताया गया है। यह भी बताया गया है कि पिता सियाराम की 16 अप्रैल 2015 को मौत हो गई थी।मां प्रज्ञा देवी ने 16 अप्रैल 2015 से दिसंबर 2017 तक पेंशन ले रहीं थीं। 18 दिसंबर 2017 को उनकी मौत हो गई। उसके बाद मनोज कुमार ने पेंशन ली। जब फर्जीवाड़ा सामने आया तब सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्रालय नई दिल्ली ने भी संज्ञान लिया है। इसके बाद कमांडिंग अफसर ने एफआईआर दर्ज कराई गई है।
उझानी के इंस्पेक्टर मनोज कुमार सिंह ने बताया कि सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्रालय के पत्र पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। इसमें वादी के नाम के स्थान पर सिर्फ कमांडिंग अफसर लिखा है। इसकी विवेचना कराई जाएगी, उसमें जो सच्चाई सामने आएगी उसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।समर इंडिया..