नयी दिल्ली : Iran ने जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हुए आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाने का आह्वान किया है।
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Iran के विदेश मंत्री डॉ. सैय्यद अब्बास अराग्ची ने गुरुवार को यहां आयोजित भारत-ईरान संयुक्त आयोग (जेसीएम) की 20वीं बैठक में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ संयुक्त रूप से यह आह्वान किया।
विदेश मंत्रालय ने आज यहां एक बयान में कहा कि जेसीएम की बैठक में आपसी हितों के क्षेत्रीय और वैश्विक विकास पर भी चर्चा की गई। भारतीय पक्ष ने पहलगाम, जम्मू और कश्मीर में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले के सीमा पार संबंधों के बारे में Iran प्रतिनिधिमंडल को जानकारी दी। दोनों पक्षों ने आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों की कड़ी निंदा की और इस खतरे से निपटने के लिए क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाने का आह्वान किया।
बयान के अनुसार जेसीएम के दौरान, दोनों पक्षों ने व्यापार और आर्थिक मुद्दों, कृषि, स्वास्थ्य सेवा, सांस्कृतिक आदान-प्रदान, संपर्क और लोगों के बीच संबंधों पर सहयोग सहित द्विपक्षीय संबंधों के सभी आयामों की समीक्षा की। दोनों पक्षों ने चिकित्सा उत्पाद विनियमन और सीमा शुल्क सहयोग पर द्विपक्षीय समझौते के कार्यान्वयन पर समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर करने का स्वागत किया।
भारत-Iran संयुक्त आयोग (जेसीएम) की 20वीं बैठक में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ संयुक्त रूप से यह आह्वान किया
बयान में कहा गया कि दोनों पक्षों ने कैदियों, मछुआरों, नाविकों और छात्रों से संबंधित मुद्दों पर मानवीय दृष्टिकोण अपनाने पर सहमति व्यक्त की और बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग को प्रगाढ़ बनाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। कल रात स्वदेश लौटने से पहले ईरानी विदेश मंत्री ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ भी बैठक की।