नई दिल्ली । ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर भारतीय सेना, वायुसेना और विदेश मंत्रालय ने संयुक्त प्रेस ब्रीफिंग की, जिसमें विदेश सचिव विक्रम मिस्री, वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह और भारतीय सेना की Colonel Sophia Qureshi शामिल हुईं। सैन्य अधिकारियों ने आतंकी ठिकानों पर किए गए हमले की क्लिप भी दिखाई।
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Colonel Sophia Qureshi और विंग कमांडर व्योमिका सिंह भारतीय सशस्त्र बलों की दो जांबाज महिला अधिकारी हैं, Colonel Sophia Qureshi ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाग लेकर देश का गौरव बढ़ाया। आइए आपको वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह और भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी के बारे में बताते हैं।
Colonel Sophia Qureshi भारतीय सेना की एक ऐसी शख्सियत हैं, जिन्होंने अपने साहस, नेतृत्व और समर्पण से देश का गौरव बढ़ाया है। वह मूल रूप से गुजरात की रहने वाली हैं। सोफिया का परिवार सैन्य परंपरा से जुड़ा हुआ है।
उनके दादा भारतीय सेना का हिस्सा थे, जबकि उनके पिता ने कुछ वर्षों तक सेना में धार्मिक शिक्षक के रूप में सेवाएं दीं। इस पारिवारिक पृष्ठभूमि ने सोफिया को सैन्य सेवा के प्रति प्रेरित किया। उनकी निजी जिंदगी में भी सेना से गहरा नाता है। सोफिया की शादी मैकेनाइज्ड इन्फेंट्री के अधिकारी मेजर ताजुद्दीन कुरैशी से हुई है और उनका एक बेटा समीर कुरैशी है।
Colonel Sophia Qureshi ने 1999 में चेन्नई की ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी से प्रशिक्षण प्राप्त कर भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के रूप में कमीशन हासिल किया। इसके बाद उन्होंने कई महत्वपूर्ण मिशनों में हिस्सा लिया। साल 2006 में उन्होंने कांगो में संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना मिशन में सैन्य पर्यवेक्षक के रूप में सेवा दी। 2010 से वह शांति स्थापना अभियानों से जुड़ी रहीं।
पंजाब सीमा पर ऑपरेशन पराक्रम और उत्तर-पूर्व भारत में बाढ़ राहत कार्यों में उनके योगदान के लिए उन्हें जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (जीओसी-इन-सी) और सिग्नल ऑफिसर-इन-चीफ (एसओ-इन-सी) के प्रशंसा पत्र प्राप्त हुए।
Colonel Sophia Qureshi के दादा भारतीय सेना का हिस्सा थे, जबकि उनके पिता ने कुछ वर्षों तक सेना में धार्मिक शिक्षक के रूप में सेवाएं दीं
कर्नल सोफिया ने 2016 में ‘एक्सरसाइज फोर्स 18’ में भारतीय दल की अगुवाई कर इतिहास रचा। यह भारत द्वारा आयोजित सबसे बड़ा बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास था, जिसमें वह 18 देशों के दलों में एकमात्र महिला अधिकारी थीं। उनके इस सराहनीय नेतृत्व से न केवल भारत का मान बढ़ाया, बल्कि महिला सैन्य अधिकारियों के लिए एक मिसाल कायम की।
हाल ही में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की प्रेस ब्रीफिंग में उनकी उपस्थिति ने एक बार फिर उनके कद को उजागर किया। इस ऑपरेशन में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमलों को अंजाम दिया गया, जिसमें सोफिया की रणनीतिक भूमिका महत्वपूर्ण थी।