Brihaspativar Vrat Katha बृहस्पतिवार का व्रत हिन्दू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण है,
Brihaspativar Vrat Katha क्योंकि यह गुरुवार को गुरु देव यानी बृहस्पति (बृहस्पति प्यारे गुरु देव) की पूजा और भक्ति का अवसर होता है। यह व्रत उन लोगों द्वारा किया जाता है जो उनकी कृपा, ज्ञान और बुद्धि को प्राप्त करना चाहते हैं। बृहस्पतिवार का व्रत विशेष रूप से विद्यार्थियों, उच्च शिक्षा और ज्ञान के अर्जन में सहायक होता है।
बृहस्पतिवार का व्रत कथा एक प्रसिद्ध कथा है, Brihaspativar Vrat Katha
जो महाभारत काल के युग में हुई थी। यह कथा राजा बृहद्रथ और उनके पुत्र बहुचक्र की है।
कथा के अनुसार, राजा बृहद्रथ बहुत धार्मिक और दयालु राजा थे। उन्हें अपने राज्य के लोगों के प्रति बहुत प्रेम था और वे उन्हें सभी सुख-दुख में साथ देते थे। एक दिन, बृहद्रथ के राज्य में एक विद्यार्थी आया और उनसे उच्च शिक्षा प्राप्त करने की इच्छा व्यक्त की।
राजा बहुत हर्षित हुए और उन्होंने विद्यार्थी को अपने गुरुकुल में आवास और शिक्षा प्रदान करने की प्रतिज्ञा की। Brihaspativar Vrat Katha
गुरुकुल में विद्यार्थी के अध्ययन के समय कुछ समय बाद, बृहस्पति गुरु देव खुशी और प्रसन्नता के साथ उनके समक्ष प्रकट हुए। बृहस्पति गुरु देव ने राजा से कहा, “हे राजा, मैं तुम्हारे अभियान्ता को एक विशेष वरदान दूंगा।”
बृहद्रथ ने भगवान बृहस्पति के वरदान की आभारी भावना के साथ उनसे पूछा, “आपका कौन सा वरदान है, महाराज?”
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बृहस्पति गुरु देव ने कहा,
“मैं अपनी कृपा से तुम्हारे अभियान्ता को प्रत्येक बृहस्पतिवार को व्रत करने की शक्ति दूंगा। उसे ज्ञान, विद्या और समृद्धि की प्राप्ति होगी।”
गुरुवार को गुरु देव द्वारा दिया गया यह वरदान राजा बृहद्रथ और उनके पुत्र बहुचक्र ने अपने अभियान्ता को दिया। उस विद्यार्थी ने गुरुवार के व्रत का पालन किया और उसके साथ ज्ञान, विद्या, और समृद्धि का साधन बना। उसके पढ़ाई में वृद्धि हुई और उसने ज्ञान के आध्यात्मिक अर्थ को भी समझा। वह एक अच्छा विचारक और प्रखर विद्वान बन गया।
इस प्रकार, गुरुवार के व्रत का पालन करने से विद्यार्थियों और ज्ञानी लोगों को अच्छी शिक्षा, ज्ञान, और समृद्धि का लाभ मिलता है। बृहस्पतिवार के व्रत से भगवान बृहस्पति हमारे जीवन में ज्ञान, समृद्धि, और सफलता के द्वार खोलते हैं और हमें उच्चतर दर्जे तक पहुंचाते हैं।
He has 18 years of experience in journalism. Currently he is the Editor in Chief of Samar India Media Group. He lives in Amroha, Uttar Pradesh. For contact samarindia22@gmail.com