भरत सिंह समर इंडिया
आज से विधिवत शुरुआत हो रही है। लगभग दस दिन मेले में श्रद्धालुओं का जमावड़ा रहेगा। मुख्य स्नान पांच नवंबर को होगा। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार मेले में 35 से 40 लाख श्रद्धालु आएंगे। मेले में साफ-सफाई की व्यवस्था बनाए रखने के लिए नगर पालिका व पंचायत राज विभाग के 15 सौ सफाईकर्मी लगाए गए हैं। साफ-सफाई के लिए सात सफाई सेक्टर मजिस्ट्रेट भी तैनात किए गए हैं। वहीं डीएम ने श्रद्धालुओं में मेले में सफाई व्यवस्था में सहयोग की अपील की है। तिगरी मेले को छह जोन में बांटा गया है। इसके अलावा यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए भी चार जोन बनाए गए हैं।
Amroha : पौराणिक तिगरी गंगा धाम मेले की तैयारियां पूरी कर ली गई
तिगरी गंगा मेले में पुण्य कमाने के लिए ट्रैक्टर ट्रॉलियों में सवार श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। सुबह से शाम तक श्रद्धालुओं के ट्रैक्टर ट्रॉलियों की लाइन लगी रही। पतित पावनी में डुबकी लगाकर पुण्य कमाने की कामना श्रद्धालुओं को तिगरी ला रही है। कार्तिक पूर्णिमा पर तिगरी में पतित पावनी गंगा किनारे लग रहा गंगा मेला आस्था, श्रद्धा और विश्वास का प्रतीक है।
सदियों से लगते आ रहे गंगा मेले में आस पास के ही नहीं बल्कि दूर दराज जिलों के श्रद्धालु गंगा किनारे कई दिन पूर्व डेरा डाल देते हैं। जो प्रतिदिन भोर होते ही पतित पावनी में डुबकी लगाकर पुण्य कमाते हैं। इस बार श्रद्धालुओं के गंगा स्नान के लिए 21 गंगा घाट बनाए जाएंगे। बात अगर सेक्टर के हिसाब से करें तो प्रत्येक सेक्टर के सामने एक घाट होगा।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए एक घाट पर दो नाव रहेंगी। एक नाव में दो गोताखोरों की ड्यूटी लगाई गई है। 21 गंगाघाटों पर 30 नावों का इंतजाम किया गया है। 60 गोताखोरों की ड्यूटी लगाई गई है।

