मुंबई। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री Amit Shah ने कहा है कि हाल ही में चला ऑपरेशन सिंदूर हमारे स्वराज को टिकाए रखने का एक प्रयास था। हमारा नेतृत्व और हमारी सेना आगे भी जब जरूरत पड़ेगी, यह प्रयास जारी रखेगी। Amit Shah शुक्रवार को पुणे स्थित राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) में बाजीराव पेशवा की अश्वारूढ़ प्रतिमा का अनावरण करने के बाद अकादमी के कैडेट्स को संबोधित कर रहे थे।
Amit Shah ने एनसीबी और अन्य एजेंसियों को ग्लोबल ड्रग कार्टेल का भंडाफोड़ करने पर बधाई दी
इसी अवसर पर उन्होंने बाजीराव पेशवा की वीरता का बखान करते हुए कहा कि उन्होंने 41 युद्धों में विजय हासिल की। कई युद्धों में बहुत से राजाओं ने विजय हासिल की है। लेकिन बाजीराव के युद्धों में एक विशेष बात थी कि वह अपने लिए नहीं लड़ रहे थे, वह देश के और स्वराज के लिए लड़ रहे थे।
क्योंकि वह तो पंत प्रधान (प्रधानमंत्री) थे। वह हमेशा छत्रपति के विश्वासपात्र ही रहे। उन्होंने अपने 40 साल के जीवन में एक ऐसा अमर इतिहास लिखने का काम किया, जो आनेवाली कई सदियों तक कोई और नहीं लिख पाएगा।
‘बाल शिवाजी और पेशवा बाजीराव को याद करता हूं’ Amit Shah
Amit Shah ने कहा कि पेशवा बाजीराव का अभिनंदन करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। लेकिन मेरे जीवन में कभी भी कोई निराशा दस्तक देने लगती है, तो मैं बाल शिवाजी और पेशवा बाजीराव को याद करता हूँ, और मेरी निराशा कोसों दूर चली जाती है। उन्होंने कहा कि यदि छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा शुरू की गई स्वतंत्रता की लड़ाई को बाजीराव और अन्य पेशवाओं ने 100 साल तक आगे न बढ़ाया होता, तो भारत का मूल स्वरूप ही समाप्त हो गया होता।

