संगरूर। Punjab : संगरूर जिले के लहरागागा कस्बे में एक चौंकाने वाला ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया है। यहां की रहने वाली एक रिटायर्ड महिला, जो पहले Punjab पुलिस में कार्यरत थीं, को एक दिन पाकिस्तानी कोड वाले नंबर से फोन आया। फोन करने वाले व्यक्ति ने खुद को किसी बड़ी विदेशी संस्था का प्रतिनिधि बताया और महिला को यह कहकर बहलाने की कोशिश की कि उनके नाम पर 50 हजार अमेरिकी डॉलर की लॉटरी लगी है। महिला को यह रकम उनके बैंक खाते में भेजने का दावा किया गया।
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इसके बाद महिला को एक भारतीय मोबाइल नंबर से व्हाट्सएप कॉल आने लगी। कॉल करने वाले ने अपने प्रोफाइल पर पंजाब के एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी रामवीर, जो मंडी बोर्ड के सचिव हैं, की तस्वीर लगा रखी थी। इस तस्वीर के जरिए कॉल करने वाला खुद को सरकारी अधिकारी साबित करने की कोशिश कर रहा था, ताकि महिला को विश्वास हो जाए कि यह पूरी प्रक्रिया असली है।
व्हाट्सएप पर कॉल के साथ-साथ महिला को कुछ वीडियो भी भेजे गए, जिनमें नोट गिनने वाली मशीनों से डॉलर और भारतीय करेंसी की गड्डियां दिखाई गईं। वीडियो में यह दिखाया गया कि पैसे उनके पास आ चुके हैं और अब जल्द ही महिला के खाते में जमा किए जाएंगे। इसके बाद कॉल करने वाले ने महिला से कुछ चार्जेस और टैक्स के नाम पर पैसे जमा करवाने की मांग की।
महिला को पहले तो यह सब कुछ सही लगा क्योंकि कॉलर लगातार सरकारी अधिकारी की पहचान दिखा रहा था और भरोसेमंद तरीके से बात कर रहा था। लेकिन समय रहते महिला को शक हुआ और उसने इस बारे में अपने परिवार वालों को जानकारी दी। तब जाकर पूरे मामले का खुलासा हुआ कि यह एक बड़ा साइबर स्कैम है, जो लोगों को फर्जी लॉटरी और नकली वादों के जरिए ठगने की कोशिश कर रहा है।
Punjab के एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी रामवीर की तस्वीर लगा रखी थी
Punjab पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस तरह के कॉल विदेशों से आते हैं, खासकर पाकिस्तान जैसे देशों से, और इनका मकसद भोले-भाले लोगों को निशाना बनाना होता है। ठग सोशल मीडिया और इंटरनेट से सरकारी अफसरों की तस्वीरें लेकर उनका गलत इस्तेमाल करते हैं, जिससे आम लोगों को लगे कि बात करने वाला कोई असली सरकारी अधिकारी है।

