Sparsh Social Foundation ने अमरोहा जिले के 150 अलग – अलग गांवो में मनाया वैश्विक पुनर्चक्रण दिवस

वैश्विक पुनर्चक्रण दिवस के उपल्क्ष में Sparsh Social Foundation ने अमरोहा जिले के 150 अलग – अलग गांवों में जाकर स्वयं सहायता समूहों की दीदीयों…

Sparsh Social Foundation ने अमरोहा जिले के 150 अलग - अलग गांवो में मनाया वैश्विक पुनर्चक्रण दिवस

वैश्विक पुनर्चक्रण दिवस के उपल्क्ष में Sparsh Social Foundation ने अमरोहा जिले के 150 अलग – अलग गांवों में जाकर स्वयं सहायता समूहों की दीदीयों एवम किसान उत्पादक संगठनों से जुड़े हुए किसानो के अलावा ग्रामीणों को पुनर्चक्रण और इसकी महत्त्वता को लेकर किया जागरूक। इस अवसर पर ग्रामीणों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।

इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य वातावरण, प्राकृतिक संसाधन और आजीविका पर पुनर्चक्रण के सकारात्मक प्रभाव को लेकर जागरूकता बढ़ाना रहा।

 

इस अवसर पर Sparsh Social Foundation के कार्यक्रम प्रबंधक श्री मनोज यादव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बताया

 

पुनर्चक्रण से हमारे पर्यावरण को कई लाभ मिलते हैं। अपनी सामग्रियों को पुनर्चक्रित करके, हम अपने और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ ग्रह बनाते हैं । पुनर्चक्रण से नए उत्पादों के लिए लकड़ी, पानी और खनिज जैसे संसाधनों को निकालने की आवश्यकता कम हो जाती है। यह न केवल आपके कार्बन पदचिह्न को कम करने में मदद कर सकता है, बल्कि यह कच्चे माल की कटाई की आवश्यकता को कम करने, ऊर्जा बचाने, ग्रीनहाउस गैसों को कम करने, प्रदूषण को रोकने और बहुत कुछ करने में भी मदद करता है।

 

Sparsh Social Foundation पुनर्नवीनीकृत सामग्री आगे बेची जाती है

अपनी पुनर्चक्रण आदतों में सुधार करके, हम पर्यावरण को स्वच्छ रखने और अपने प्राकृतिक संसाधनों को संरक्षित करने में मदद कर सकते हैं।  जिससे इसे बचाया जा सकता है । इसके अलावा, हम अपशिष्ट पदार्थों से नई सामग्री बनाने में सक्षम होंगे, जिसका उपयोग तदनुसार किया जा सकता है। पुनर्नवीनीकृत सामग्री आगे बेची जाती है, और उनका उपयोग नए उत्पादों के निर्माण में भी किया जाता है।

अंत में सभी उपस्थित ग्राम वासियों को सपथ दिलाते हुए पुनर्चक्रण को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया और निम्न आदतों को अपने जीवन में अपनाने को कहा – प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण, परिस्थिति की तंत्र और वन्य जीवन की रक्षा करना, कच्चे माल की मांग कम करना, ऊर्जा की बचत करना, जलवायु परिवर्तनकारी कार्बन उत्सर्जन में कटौती करना, कचरा संग्रहण और निपटान।
इस मौके पर शालिनी, शिव, दिनेश, अंकित, मीनू, हेमंत,पूजा और अरविंद भी उपस्थित रहे।

 

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