बदायूँ में आयोजित हुए राष्ट्रीय लोक अदालत ने 115 परिवारों को फिर से मिलाया व 25944 वादों का हुआ निस्तारण
बदायूं। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में रविवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया, इसमें वैसे तो सभी प्रकार के वादों का निस्तारण किया गया लेकिन सबसे ज्यादा फायदा उन दंपतियों को हुआ, जो लंबे समय से कचहरी आकर तारीखें ले रहे थे। खासकर महिलाओं को ज्यादा दिक्कत हो रही थी। इस लोक अदालत में 115 पारिवारिक और कुल 25944 वादों का निस्तारण किया गया।
राष्ट्रीय लोक अदालत के बारे में जानकारी
राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ जिला जज पंकज कुमार अग्रवाल ने दीप प्रज्ज्वलित किया।
राष्ट्रीय लोक अदालत में न्यायालयों में विचाराधीन बैंकों, विभागों और तमाम तरह के 25944 मामलों का निस्तारण किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत में प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय न्यायाधीश सत्यप्रकाश और अपर प्रधान न्यायाधीश परशुराम के प्रयासों से कई जोड़ों के मध्य सुलह समझौते के आधार पर मामलों का निस्तारण किया गया।
लोक अदालत में 115 पारिवारिक मामले निपटाए गए। उनमें कई दंपती एक साथ रहना चाहते थे।
तो कुछ दंपती ने अलग-अलग रहने का फैसला लिया था। मामला लोक अदालत में पहुंचा तो यहां न्यायाधीशों ने प्रयास कर उनके वादों का निस्तारण करा दिया। इस दौरान प्रथम अपर जिला जज सुनीत चंद्र, स्पेशल जज उदयभान सिंह, स्पेशल जज अखिलेश कुमार गुप्ता, स्पेशल जज/नोडल अधिकारी लोक अदालत दीपक यादव, स्पेशल जज गैंगस्टर एक्ट मोहम्मद नसीम, नवनीत भारती, सीजेएम मोहम्मद साजिद, एडीजे सारिका गोयल, जिला बार के अध्यक्ष होते लाल मौर्य, महासचिव पवन गुप्ता समेत कई बैंकों और कई विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
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