success story:वफी अब्बास ज़ैदी बने युवाओं के बिजनेस आइकॉन
संवाददाता फ़रीद अंसारी धामपुर । बिजनेस आइकॉन क्या आप ने कभी सोचा है कि जिस 17 से 18 साल की उम्र में बच्चे खेल कूद और चकाचौंध से भरी सोशल मीडिया या अन्य काम मे अपना सारा ध्यान लगाते है यहाँ तक कि वह अपनी पढ़ाई भी अजीबोगरीब सिचुएशन में करते है यानी माँ बाप को धोखा देना , क्लास बंक करना , घर वालों से झूठ बोलकर पॉकेट मनी मांगना ,
सारा का सारा टाइम दोस्तों के साथ घूमना फिरना
आदि में निकाल कर घर वालों के पैसे तो खर्च कराकर बर्बाद करते ही है बल्कि पढ़ाई भी सही से नही कर पाते और बस ऐवरेज लेवल के स्टूडेंट्स बन कर रह जाते है , परन्तु यहाँ आज हम बात करेंगें ऐसे लड़के की जो मात्र 17 साल की उम्र का है तथा फिलहाल ही दसवीं कक्षा को पास पर 11th क्लास में पहुँचा है यह मैं आप को इस लिए बता रहा हूँ
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कि धामपुर के एक इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ने वाले वफी अब्बास ज़ैदी धामपुर थाना क्षेत्र के ही छोटे से स्थान रसूलपुर का रहने वाला है ,
जिस के पापा बच्चों की अच्छी परवरिश का सपना लेकर सऊदी में कार्य करते है तथा अपने घर और बच्चों की मेंहगी पढ़ाई का ख़र्च वहन करते है ताकि उनके बच्चे पढ़ लिखकर एक क़ाबिल इंसान बन सके , बच्चों की ख़ातिर सात समुंदर पार रहकर कार्य करने वाले वफी अब्बास ज़ैदी के पिता हसन अब्बास ज़ैदी ने कभी सपने में भी नही सोचा होगा
उनका एक बेटा इतना बिजनेस आइकॉन निकलेगा जो अपनी पढ़ाई का खर्च खुद अपने माइंड एवं लग्न से निकाल लेगा ,
पढ़कर आप को भी अजीब लगा होगा परन्तु यह सच है , मासूम चैहरे पर किसी हीरो की तरह हल्की मुस्कान एवं साधारण छवि रखने वाले वफी अब्बास ज़ैदी पढ़ाई के साथ साथ डिजिटल तरीके से शॉपिग वेबसाइट अमेज़ॉन पर रूम लैम्प , क्राफ्ट आदि का बिजनेस भी करता है , जो किसी बाप के लिए बहुत खुशी की बात है
क्योंकि जिस उम्र में आजकल के बच्चे सिर्फ और सिर्फ खर्चा करते हैं
उसी उम्र में वफी अब्बास ज़ैदी , बिजनेस आइकॉन कर के अपनी पढ़ाई का खर्च ख़ुद निकाल कर पापा की सहूलियत बन चुका है । जो आज के युवाओं के लिए प्रेरणासोत्र से कम नही है