किसान आंदोलन में शनिवार को रेसलर Vinesh Phogat भी शामिल

किसानों आंदोलन में शनिवार को रेसलरVinesh Phogat भी शामिल हुई हैं. उन्होंने सरकार से मांग की हैं जल्द से जल्द किसानों की मांग पूरी की जाए. वहीं, उन्होंने कांग्रेस की …

Read more

किसान आंदोलन में शनिवार को रेसलर Vinesh Phogat भी शामिल

किसानों आंदोलन में शनिवार को रेसलरVinesh Phogat भी शामिल हुई हैं. उन्होंने सरकार से मांग की हैं जल्द से जल्द किसानों की मांग पूरी की जाए. वहीं, उन्होंने कांग्रेस की टिकट पर हरियाणा विधानसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर कोई टिप्पणी नहीं की. वह चुनाव लड़ने के सवाल को टाल गईं.

Vinesh Phogat कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात करेंगी,विधानसभा चुनाव लड़ने की अटकलें

Vinesh Phogat किसानों के मंच पर पहुंचीं और किसान आंदोलन का समर्थन किया.

उन्होंने कहा कि किसानों की मांगों को जल्द माना जाना चाहिए. मैं भी एक किसान परिवार से हूं. मुझे पता है कि किसानों की क्या दिक्कत होती है, खिलाड़ी होने से पहले मैंने भी खेत में काम किया है. मुझे पता है कि मेरी मां ने हमें कैसे पाला है.

अगर किसान खाना नहीं देंगे, तो खिलाड़ियों को खाना क्या मिलेगा. सरकार को बड़ा दिल दिखाना चाहिए और किसानों से बातचीत करनी चाहिए.

Vinesh Phogat ने चुनाव लड़ने के सवाल पर ना नहीं बोला है.

उन्होंने कहा कि आज सिर्फ किसानों के आंदोलन के मुद्दे पर ही बात करने आई हूं. आज मैं सिर्फ किसानों के मुद्दे पर ही बात करूंगी, राजनीति पर कोई बात नहीं होगी. दरअसल, चर्चा चल रही है कि Vinesh Phogat हरियाणा दादरी सीट से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ सकती हैं, लेकिन उन्होंने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं.

पेरिस ओलंपिक में महिलाओं की 50 किग्रा स्पर्धा के फाइनल में पहुंचने के बाद भी Vinesh Phogat के लिए यह महीना उतार-चढ़ाव भरा रहा. वह ओलंपिक से खाली हाथ भारत लौटीं. वह 50 किग्रा भार सीमा से 100 ग्राम अधिक थीं,

जिसकी वजह से अयोग्य घोषित करार दी गई थीं. इस घटना के बाद Vinesh Phogat ने कुश्ती से संन्यास लेने की घोषणा कर दी. उन्होंने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) से संयुक्त रजत पदक देने की भी अपील की थी, जहां से उन्हें राहत नहीं मिली.

अगर किसान के प्रदर्शन की बात करें तो किसान आंदोलन के शनिवार यानी 31 अगस्त को 200 दिन पूरे हो गए हैं. किसान लगातार न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के लिए कानूनी गारंटी की मांग कर रहे हैं. किसान 13 फरवरी से शंभू बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्हें दिल्ली कूच करने के लिए रोक दिया गया था.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *