सिरसा: पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने सिरसा के ऐतिहासिक शनिदेव Temple को लेकर बड़ा फैसला सुनाया। नोहरिया बाजार स्थित प्राचीन शनिदेव मंदिर की दुकान पर पिछले करीब 50 साल से काबिज दुकानदार द्वारा किए गए दावे के केस को कोर्ट ने निपटान करने के आदेश दिए।
Temples में चोरी करने वाले गिरोह के तीन सदस्य गिरफ्तार
हाईकोर्ट में चल रहे सुशील कुमार बनाम श्री शनिदेव Temple केस में फैसला सुनाते हुए विद्वान न्यायधीश श्री सुवीर सहगल आदेश दिए कि केस को डिस्पॉस ऑफ करने के आदेश दिए। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के इस निर्णय के बाद प्राचीन श्री शनिदेव मंदिर(प्राचीन शनि धाम) के मुख्य गेट के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। हाईकोर्ट में चल रहे केस की विवादित दुकान मंदिर के मुख्य गेट के साथ लगती है, जिस कारण मंदिर के मुख्य गेट के निर्माण का कार्य रूका हुआ था।
श्री शनिदेव Temple चेरिटेबल ट्रस्ट के पदाधिकारियों सहित श्रद्धालुओं व शहर के गणमान्य जनों ने माननीय न्यायालय के इस फैसले का स्वागत किया और इसे ऐतिहासिक निर्णय बताते हुए कहा कि यह निर्णय उन लोगों के लिए सबक है जो धार्मिक स्थलों की दुकान पर वर्षों तक किराए पर रहते हैं और बाद में कब्जा करने की नीयत से अदालत में चले जाते हैं।
शनिदेव Temple की यह दुकान करीब 50 सालों से किराए पर
श्री शनिदेव मंदिर चेरिटेबल ट्रस्ट के पदाधिकारीचंद्रमोहन भृगुवंशी ने बताया कि प्राचीन श्री शनिदेव मंदिर की यह दुकान करीब 50 सालों से किराए पर थी। उक्त दुकान कन्हैया लाल को किराए पर दी हुई थी, बाद में उसका बेटा सुशील उस दुकान में कपड़े प्रैस करने का काम करने लगा।
मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों सहित गणमान्य लोगों ने उसे दुकान खाली करने का आग्रह किया ताकि मंदिर का निर्माण हो सके। परंतु वह पहले सिरसा अदालत में चला गया, जहां से केस हार गया। इसके बाद वह पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में चला गया। हाईकोर्ट में 2015 से चल रहे इस निर्णय में अहम फैसला सुनाते हुए माननीय न्यायधीश सुवीर सहगल ने श्री शनिदेव मंदिर के पक्ष में निर्णय देते हुए केस को निपटान करने के आदेश देते हुए दुकान खाली करने को कहा है।
चंद्रमोहन भृगुवंशी ने बताया कि अब मंदिर का मुख्य गेट भव्य बनाया जाएगा। वर्णनीय है कि प्राचीन श्री शनिधाम मंदिर शहर के प्राचीनतम मंदिरों में से एक है और जीणोद्धार के बाद इसे भव्य रूप प्रदान किया गया है।