विनाश काले विपरीत बुद्धि
मंगलवार को भी सीबीआई टीम ने पीड़ित को भुगतान के रुपए लेने की वार्ता करने ऑडियो वीडियो रिकॉर्डिंग से लैस कैमरे के साथ शाखा प्रबंधक के पास भेजा

कैमरे में वार्ता सही अपलोड न होने पर मिशन हुआ था मंगलवार को फेल,
(सहसवान से समर इंडिया के लिए एसपी सैनी की रिपोर्ट)
सहसवान (बदायूं) सीबीआई टीम लखनऊ द्वारा मंगलवार को पीड़ित देवव्रत उर्फ राजकुमार पुत्र नवाब सिंह की शिकायत पर पीड़ित को ऑडियो वीडियो कैमरे से लैस करके वार्ता की रिकॉर्डिंग के लिए शाखा भेजा था परंतु कैमरे की ऑडियो वीडियो रिकॉर्डिंग सही तरीके से अपलोड ना होने के कारण मिशन फेल हो गया और सीबीआई टीम को वापस लौटना पड़ा, मिशन फेल होने पर मिशन की कामयाबी के लिए बुधवार का दिन चुना गया।
बताया जाता है कि पीड़ित देवव्रत उर्फ राजकुमार पुत्र नवाब सिंह निवासी ग्राम काकंसी थाना जरीफ नगर ने मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अंतर्गत लघु उद्योग के लिए₹500000 ऋण के लिए जिला उद्योग कार्यालय में ऑनलाइन आवेदन किया था इंटरव्यू उपरांत उसका आवेदन स्वीकार कर लिया गया आवेदन स्वीकार करने के उपरांत जिला उद्योग केंद्र कार्यालय द्वारा उसके आवेदन को औपचारिकताएं पूर्ण करने के लिए पंजाब नेशनल बैंक शाखा सहसवान स्थित ईसापूर नवादा भेज दिया था जहां 5 लाख रुपए कि ऋण पत्रावली आवेदन पर शाखा प्रबंधक द्वारा शाखा के दफ्तरी दयाराम उर्फ दया पुत्र पप्पू सिंह निवासी ग्राम धर्मपुर टप्पा वेशय थाना जरीफ नगर सहसवान बदायूं के द्वारा₹500000 के ऋण पर 62500 मार्जिन मनी के नाम पर आवेदनकर्ता देवव्रत से जमा कर लिए शेष ऋण की रकम 437500 ऋण खाते में ट्रांसफर करने के नाम पर₹50000 की रिश्वत मांगी गई थी जो धीरे-धीरे करके₹40000 पर जाकर रुक गई।
पीड़ित देवव्रत उर्फ राजकुमार ने सीबीआई टीम के टोल फ्री नंबर पर अपनी शिकायत दर्ज कराई। सीबीआई टीम शिकायत दर्ज करने के उपरांत मंगलवार को 2:00 बजे के लगभग फौजी ढाबा के पास उपरोक्त शिकायतकर्ता देवव्रत उर्फ राजकुमार से फेस टू फेस मुलाकात की पीड़ित देवव्रत ने टीम को शाखा प्रबंधक तथा कर्मचारी द्वारा रिश्वत के मांगे जा रहे पैसे की शिकायत लिखित रूप में दी इससे पहले पीड़ित ने सीबीआई टीम के व्हाट्सएप नंबर पर भी शिकायत पत्र भेजकर शिकायत दर्ज कराई थी शिकायत लेने के उपरांत सीबीआई टीम ने पीड़ित देवव्रत उर्फ राजकुमार को ऑडियो वीडियो कैमरा गले में डालकर वार्ता करने के लिए पंजाब नेशनल बैंक मंगलवार को भेजा था जहां देवव्रत उर्फ राजकुमार ऑडियो वीडियो कैमरे से लैस होकर शाखा प्रबंधक के कमरे में प्रवेश कर गया जहां उसने बैठकर उससे पैसे के लेनदेन के लिए बात की तो शाखा प्रबंधक राजीव गंगवार व दफ्तरी दयाराम उर्फ दया₹50000 की बात करने लगे बात करते-करते मामला 40000 में तय हो गया परंतु देवव्रत ने शाखा प्रबंधक से कहा कि वह सिर्फ ₹38000 दे सकता है इससे ज्यादा नहीं दे सकता अगर लेना है तो बताओ मैं लेकर आता हूं मैंने किसी से पैसों की व्यवस्था कर ली है वह लेकर आ रहा होगा आपको दे दूंगा नहीं तो मेरी फाइल निरस्त कर दो जिस पर उपरोक्त शाखा प्रबंधक राजीव गंगवार दफ्तरी दयाराम उर्फ दया 38000 रिश्वत लेने के लिए राजी हो गए और उन्होंने तत्काल पैसे लेने के लिए देवव्रत को भेज दिया देवव्रत पैसे लाने का बहाना देकर बाहर आ गया और टीम द्वारा निर्धारित स्थान पर पहुंच गया जहां टीम ने जब ऑडियो वीडियो कैमरे की रिकॉर्डिंग चेक की तो आवाज स्पष्ट नहीं थी तथा मिशन फेल होने की बात कहकर बुधवार को भुगतान के साथ देवव्रत को शाखा में भेजने का मामला तय हुआ।
विनाश काली विपरीत बुद्धि वाली कहावत बिल्कुल सटीक बैठती है जिसका विनाश काल शुरू होता है उसकी बुद्धि को भगवान पहले हर लेता है ऐसा ही शायद पंजाब नेशनल बैंक के डेढ़ साल से प्रबंधक की कुर्सी संभाले राजीव गंगवार के साथ हुआ काश प्रबंधक राजीव गंगवार पीड़ित देवव्रत के मनोभाव को समझ लेते तो शायद टीम को दूसरे दिन रणनीति नहीं बनानी पड़ती।
सीबीआई ब्रांच लखनऊ के द्वारा पुलिस क्षेत्र अधिकारी बीके सिंह के नेतृत्व में टीम पीड़ित के साथ हुए टाइम के मुताबिक अपने निर्धारित स्थान पर पहुंच गई जहां टीम ने पीड़ित से 38000 की नगदी लेकर उसके बदले में रुपए केमिकल युक्त दे दिए पीड़ित देवव्रत उर्फ राजकुमार रिश्वत के 38000 लेकर शाखा प्रबंधक राजीव गंगवार के कार्यालय में पहुंच गया और उसने शाखा प्रबंधक से भुगतान लेने को कहा शाखा प्रबंधक ने अपने शाखा के निजी दफ्तरी दयाराम उर्फ दया पुत्र पप्पू को बुलाकर भुगतान लेने को कहा दयाराम ने पीड़ित देवव्रत से कहा कि वह उपरोक्त 38000 का भुगतान पंजाब नेशनल बैंक शाखा के खाते में जमा कर दे और जमा करने के बाद वह एक चेक स्वयं भुगतान 38000 का भरकर हमें दे दे रिश्वत लेने के भी रूप अनेक प्रकार के होते हैं ऐसा ही एक रिश्वत लेने का नया रूप पंजाब नेशनल बैंक शाखा में देखने को मिला जहां भ्रष्टाचार में डूबे शाखा प्रबंधक राजीव गंगवार दफ्तरी दयाराम उर्फ दया पुत्र पप्पू यह भूल गए कि पीड़ित देवव्रत उर्फ राजकुमार जो पैसे अपने खाते में 38000 रिश्वत के जमा कर रहा है वह सीबीआई टीम द्वारा केमिकल युक्त रुपए हैं पीड़ित देवव्रत उर्फ राजकुमार ने अपने खाते में 38000 की रकम जमा करके स्वयं अपनी चेक पर लिखकर 38000 की रकम भरने के बाद हस्ताक्षर युक्त चेक दफ्तरी दयाराम को दे दिया दयाराम ने चेक लेने के बाद पीड़ित देवव्रत उर्फ दयाराम से ऋण का भुगतान 437500 ट्रांसफर करने के लिए बृहस्पतिवार का समय मांगा था कहा कि वह बृहस्पतिवार को तुम्हारे खाते में ऋण की बकाया रकम जमा हो जाएगी पीड़ित देवव्रत प्रबंधक तथा दफ्तरी द्वारा मुतमेन होने के बाद बाहर आ गया जहां उसने सीबीआई टीम द्वारा बताए गए कोड के आधार पर इशारा किया की काम हो गया जानकारी मिलते ही पुलिस क्षेत्र अधिकारी बीके सिंह टीम के साथ शाखा में 4:30 बजे प्रवेश कर गए और उन्होंने शाखा में छापा मार कर खजाने के नोटों में मिले हुए अपने द्वारा चिन्हित किए गए नोटों को छांटकर अलग कर लिया नोट मिलते ही टीम ने शाखा प्रबंधक तथा शाखा दफ्तरी को हिरासत में ले लिया व उपरोक्त नोटों जिन पर केमिकल लगा हुआ था हाथों को धुलवाया गया कई घंटे तक चले छापा मारा अभियान के बीच में ही टीम के कुछ कर्मचारी शाखा प्रबंधक राजीव गंगवार पुत्र गया प्रसाद निवासी मेहतरपुर फरीदपुर जनपद बरेली को सहसवान स्थानीय निवास मोहल्ला अकबराबाद निकट घियारा बस्ती एक आडत पर पहुंची जहां देर रात उनके प्राइवेट आवास पर छापा मार कर तलाशी ली तलाशी के उपरांत उपरोक्त टीम दफ्तरी दयाराम उर्फ दया के ग्राम धर्मपुर टप्पा वैश्य पहुंची जहां उसके घर पहुंच कर उसके घर की तलाशी ली गई तलाशी में टीम को क्या-क्या मिला इस बारे में टीम कर्मचारियों ने बताने से इनकार कर दिया टीम देर रात उन्हें वापस लेकर पहुंची।
सीबीआई टीम ने सभी औपचारिकताएं पूर्ण करने के बाद मध्य रात्रि शाखा प्रबंधक राजीव गंगवार दफ्तरी दयाराम उर्फ दया को हिरासत में लेकर लखनऊ के लिए रवाना हो गई।
सूत्रों का कहना है कि पीड़ित द्वारा सीबीआई ब्रांच लखनऊ को टोल फ्री नंबर पर कंप्लेंट की गई थी इसलिए मामले की प्राथमिकी रिपोर्ट लखनऊ में ही दर्ज करेगी और आरोपियों को सीबीआई ब्रांच की स्पेशल न्यायालय में पेश करेगी जहां से उन्हें हिरासत में लेकर जेल भेजा जाएगा।
काश शाखा प्रबंधक राजीव गंगवार और दफ्तरी दयाराम उर्फ दया के दयालु मन के कोमल व्यवहार करने वाले पीड़ित देवव्रत उर्फ राजकुमार के मन के भाव को मंगलवार को ही समझ लेते तो शायद उन्हें जेल जाना नहीं पड़ता क्योंकि मंगलवार को सीबीआई टीम द्वारा पीड़ित देवव्रत उर्फ राजकुमार को ऑडियो वीडियो रिकॉर्डिंग कैमरे से लैस होकर भेजे जाने के बाद ऑडियो वीडियो रिकॉर्डिंग कैमरा फ्लाप हो गया अगर ऑडियो वीडियो रिकॉर्डिंग कैमरा मंगलवार को फेल ना होता तो शायद शाखा प्रबंधक राजीव गंगवार दफ्तरी दयाराम मंगलवार को ही अपने माया मोह जाल में फंस गए होते परंतु ऊपर वाले ने उन्हें एक दिन का मौका और दे दिया जिसके कारण वह बुधवार को पीड़ित तथा सीबीआई टीम द्वारा बिछाए गए जाल में फंस गए।
किसी ने ठीक ही कहा है की विनाश काले विपरीत बुद्धि जिसका विनाश कल शुरू होता है उसकी बुद्धि को भगवान पहले ही हर लेता है ऐसा ही शायद पंजाब नेशनल बैंक शाखा सहसवान में डेढ़ वर्ष से प्रबंधक पद की कुर्सी संभाले राजीव गंगवार तथा 5 वर्ष से अधिक समय से कार्यरत दफ्तरी दयाराम उर्फ दया के साथ हुआ।
