सरसोता तीर्थ स्थल पर होली पर्व से पूर्व दो दिवसीय एकादशी विशाल मेला लगा,
मेला प्रबंधक/तहसीलदार शर्मनानंद ने मेले का फीता काटकर किया उद्घाटन,
श्रद्धालुओं ने सरसोता कुंड में स्नान कर पूजा अर्चना कर ग्रामीण अंचल में होली पर्व का किया आगाज,
मेले में पहुंचे श्रद्धालुओं ने एक दूसरे को गुलाल लगाकर होली की दी शुभकामनाएं,
(सहसवान से समर इंडिया के लिए एसपी सैनिक की रिपोर्ट)
सहसवान(बदायूं) । नगर के तीर्थस्थल सरसोता पर होली पर्व से तीन दिन पहले एक शताब्दी पूर्व से चले आ रहे एकादशी मला पर्व पर श्रद्धालुओं ने सरसोता कुंड में स्नान कर पूजा अर्चना की और रंग गुलाल लगा कर होली की शुरुआत की।
मेले में लगने वाली दुकानों पर महिला, पुरुषों, बच्चों की खासी भीड़ रही। महिलाओं ने खेल खिलौनों, सौन्दर्य प्रसाधनों की जमकर खरीदारी की।
वहीं बच्चों ने चाट पकौड़े और झूलों का आनंद लिया व खेल खिलौने, गुब्बारे आदि खरीदे।


ग्रामीण परिवेश की महिलाओं, युवक, युवतियों ने अपने हाथ पर टैटू, नाम आदि गोदवाए। खजला, जलेबी और बेर की भी जम कर बिक्री हुई। मीना बाजार में महिलाओं ने खरीदारी की। कई स्थानों पर लोगों ने प्याऊ लगाई और लोगों को पानी पिला कर पुण्य लाभ कमाया। बता दें कि ऐतिहासिक तीर्थस्थल सरसोता पर होली से पूर्व एकादशी पर्व पर दो दिवसीय मेला लगता है।
प्रथम दिन पुरुष एवं द्वितीय दिन महिलाएं एवं बच्चे सरसोंता कुंड में श्रद्धालु स्नान करने के बाद मेले से रंग गुलाल की खरीदारी करते हैं और यहां स्थापित मंदिरों में देवी देवताओं की प्रतिमाओं को सर्वप्रथम रंग लगा कर ग्रामीण अंचल में होली पर्व पर रंग खेलने की शुरुआत की जाती है।
दूसरे दिन ग्रामीण परिवेश की महिलाएं यहां लगे मेले में सौंदर्य प्रसाधनों आदि की खरीदारी करती हैं।
इससे पूर्व रविवार शाम को तहसीलदार शर्मनानंद ने फीता काट कर मेले का शुभारंभ किया।‌

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