Odisha Train Accident : हाल में हुए रेल हादसे ने सभी को हताहत कर डाला जी हाँ आपको बतादें कि ओडिशा के बालासोर के बहनागा बाजार में शुक्रवार को हुए रेल हादसे में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 288 तक पहुंच गई है। 1175 घायलों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया, इनमें से 793 को छुट्टी दे दी गई और 382 का इलाज चल रहा है। दो की हालत गंभीर बताई जा रही है।
Odisha Train Accident : रेलवे ने मृतकों के परिजनों अनुग्रह राशि देने की घोषणा की
वहीँ दूसरी ओर आपको बताते चले कि रेलवे ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख, गंभीर रूप से घायलों को दो लाख रुपये और अन्य घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रेलवे सुरक्षा आयुक्त ने मामले की जांच की है। हादसे के कारण का पता लग गया है और इसके लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान भी कर ली गई है। इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव के कारण यह दुर्घटना हुई है।
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Odisha Train Accident : एक ही घर के तीन भाइयों की मौत के बाद गांव में पसरा मातम
आपको बताते चले कि काम की तलाश में तमिलनाडु जाते समय पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के तीन भाइयों की ओडिशा के बालासोर में ट्रेन दुर्घटना में मौत हो गई। चरनीखली गांव के निवासी हरन गायेन (40), निशिकांत गायेन (35) और दिबाकर गायेन (32) आमतौर पर साल के ज्यादातर समय तमिलनाडु में रहते थे और वहां छोटे-मोटे काम करते थे। वे कुछ दिन पहले घर आए थे, और इस बार खेतिहर मजदूर के रूप में काम की तलाश में कोरोमंडल एक्सप्रेस से वापस तमिलनाडु जा रहे थे। तीनों भाइयों की मौत की सूचना मिलते ही उनके गांव में मातम पसर गया।

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Odisha Train Accident : हमारा परिवार तबाह हो गया
स्थानीय लोगों ने कहा कि हरन की पत्नी अंजिता बीमार रहती हैं। उन्होंने कहा कि अब अंजिता का उपचार कैसे होगा, यह सवाल सबको परेशान कर रहा है। उनके परिवार में दो विवाहित बेटियां और एक बेटा है, जिसने हाल में एक स्थानीय भोजनालय में काम करना शुरू किया है। निशिकांत के परिवार में पत्नी के अलावा एक बेटी और एक बेटा है। वे दोनों नाबालिग हैं। दिबाकर के घर में दो बेटे और उनकी पत्नी हैं। हरन के बेटे अभिजीत ने कहा कि मेरे पिता और चाचा अब नहीं रहे, हमारा परिवार तबाह हो गया है।