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nagar nikay chunav: 9 दशक में नगर निकाय अध्यक्ष पद पर 10 बार हुए nagar nikay chunav में कोई भी हिंदू प्रत्याशी नहीं चुना गया अध्यक्ष।

 

 

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nagar nikay chunav मीर परिवार के दबदबे का भ्रम 1912 में नूरुउद्दीन ने तोड़ा था।

रिपोर्ट – एस.पी सैनी
सहसवान।nagar nikay chunav  देश की आजादी के 75 साल बाद भी सहसवान नगर पालिका परिषद अध्यक्ष पद की कुर्सी पर कोई भी हिंदू प्रत्याशी नहीं चुना गया जबकि कोठी परिवार का अध्यक्ष पद की कुर्सी पर बीते नो दशक में nagar nikay chunav के 10 बार हुए चुनाव में आधा दर्जन चुनाव में मीर परिवार का ही वर्चस्व कायम रहा।

 

भारत देश की आजादी के बाद वर्ष 1947 में नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव में शमशुल इस्लाम वर्ष 1952 तथा  1957 में नगर के मोहल्ला शहवाजपुर निवासी हबीबुर्रहमान खान वर्ष 1962 मैं मीर सरवर अली वर्ष 1967 में मीर खुर्शीद अली के पुत्र मीर मजहर अली उर्फ नन्हे मियां पहली बार नगर पालिका अध्यक्ष पद की कुर्सी संभाली उनका कार्यकाल 22 जून 1971 को समाप्त हो गया।

 

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जिसके बाद नगर पालिका परिषद सहसवान सीट सुपर सीट हो गई

1971 से लेकर 1988 तक नगर पालिका परिषद सीट 17 साल सुपर सीट रही अध्यक्ष पद की सुपर सीट के चलते कोई भी  nagar nikay chunav संपन्न नहीं हुआ।
उत्तर प्रदेश के निर्वाचन आयोग द्वारा वर्ष 1988 1 दिसंबर को नगर पालिका परिषद सहसवान में  nagar nikay chunav संपन्न कराए गए जिसमें मीर मजहर अली उर्फ नन्हे मियां दूसरी बार 1988 में नगर पालिका अध्यक्ष पद की कुर्सी पर विराजमान हुए वर्ष 1995 में मीर मजहर अली उर्फ नन्हे मियां के निधन के बाद 1995 में भारतवर्ष में आरक्षण व्यवस्था लागू हुई

 

 

आरक्षण व्यवस्था के चलते नगर पालिका परिषद सहसवान अध्यक्ष पद महिला पद के लिए आरक्षित हुआ

जिसमें मीर मजहर अली उर्फ नन्हे मियां की पत्नी तस्लीम जहां निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ी उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी मृतक महिला प्रत्याशी मशायरी बेगम पुत्री पूर्व विधायक स्वर्गीय मुस्ताक अली को शिकस्त देकर पालिका अध्यक्ष की पद की कुर्सी पर विराजमान हुई वर्ष 2000 में कोठी परिवार के मीर युसूफ अली उर्फ मुन्नू मियां एडवोकेट निर्वाचित घोषित हुए

 

 

उन्हों ने अध्यक्ष पद की कुर्सी संभाली वर्ष 2006 में बेगम शमा अली अध्यक्ष पद की कुर्सी पर विराजमान हुई

परंतु उन पर उनके ही बोर्ड सदस्यों द्वारा लगाए गए। भ्रष्टाचार के आरोप की शिकायत में शासन ने उन्हें दोषी मानते हुए बर्खास्त कर दिया उन्होंने वर्ष 2006 से वर्ष 2011 तक मात्र 19 माह 32 दिन अध्यक्ष पद की कुर्सी ही संभाल पाई थी। शासन द्वारा बेगम शमा अली को अध्यक्ष पद पर बर्खास्त करने के उपरांत ही nagar nikay chunav उपचुनाव कराने की घोषणा कर दी। परंतु पालिका अध्यक्ष बेगम शमा अली ने उच्च न्यायालय इलाहाबाद में याचिका दायर करते हुए

 

 

न्याय की गुहार की न्यायालय ने नगर पालिका सहसवान अध्यक्ष पद के उपचुनाव के लिए शासन से जारी घोषणा के चलते उन्हें 30 नवंबर को बहाल कर दिया बेगम शमा अली नगर पालिका अध्यक्ष पद की कुर्सी पर मात्र 32 दिन ही विराजमान रह सकी बेगम शमा अली का कार्यकाल 31 दिसंबर वर्ष 2011 को  समाप्त हो गया बेगम शमा अली का अध्यक्ष पद का कार्यकाल नगर में चर्चा का विषय रहा

nagar nikay chunav

वही एकमात्र मीर खानदान की अध्यक्ष पद  पर  उन्हें  भ्रष्टाचार के  छींटे लगे निर्वाचन आयोग द्वारा वर्ष 12 में जुलाई माह में नगर निकाय के कराए गए

nagar nikay chunav  में एक लंबे समय से नगर निकाय अध्यक्ष पद की कुर्सी पर चले आ रहे मीर खानदान के परिवार को बेदखल करने में पालिका अध्यक्ष नूरुउद्दीन भारी मतों से पालिका अध्यक्ष की कुर्सी पर विराजमान हुए उन्होंने कोठी परिवार की दो महिला प्रत्याशी जेठानी देवरानी की भी जमानत जप्त कराते हुए अध्यक्ष पद के लिए चुनाव में लड़े सभी प्रत्याशियों की जमानत जप्त करा दी जो नगर में एक चर्चा का विषय रही।

 

वर्ष 2017 महा दिसंबर में भारतीय जनता पार्टी शासन काल में पहली बार नगर पालिका परिषद सहसवान के संपन्न हुए nagar nikay chunav   में कोठी परिवार के मीर मजहर अली उर्फ नन्हे मियां के दत्तक पुत्र मीर हादी अली उर्फ बाबर ने अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा जिसमें उन्होंने पहली बार चुनाव मैदान में उतरे भाजपा प्रत्याशी अनुज माहेश्वरी को मात्र 2548 मतों से पराजित कर दिया निर्दलीय प्रत्याशी बाबर मियां को 9576 तथा भाजपा प्रत्याशी अनुज माहेश्वरी को 7028 मत प्राप्त हुए जबकि तीसरे स्थान पर निर्दलीय प्रत्याशी नूरुउद्दीन रहे उन्हें 6222 मत मिलेI

 

नगर पालिका परिषद अध्यक्ष पद की कुर्सी पर 1947 से लेकर वर्ष 2017 तक कुल 10 बार हुए

nagar nikay chunav  में प्रत्येक वार अध्यक्ष सचिवालयपद पर मुस्लिम प्रत्याशी ही विराजमान हुए जिसमें 6 बार कोठी परिवार से तीन पुरुष 2 महिलाएं अध्यक्ष पद के लिए चुनी गई मीर मजहर अली उर्फ नन्हे मियां तथा नगर के मोहल्ला शहबाजपुर निवासी हबीबुर्रहमान खा दो बार लगातार अध्यक्ष पद की कुर्सी पर विराजमान रहे हैं। परंतु अध्यक्ष पद की कुर्सी पर बीते 9 दशक में कोई भी हिंदू  अध्यक्ष पद की कुर्सी पर विराजमान हो सका।

 

9 दशक के नगर निकाय परिषद के कार्यकाल में अस्थाई रूप से नगर पालिका अध्यक्ष पद की कुर्सी पर वर्ष 1917 में आनंद स्वरूप जगदीश प्रसाद 1962 में महेश गुप्ता 1963 में प्रेम शंकर रायजादा भी आपात स्थितियों में कार्यभार संभाल चुके हैं। समय-समय पर कई प्रशासकों ने भी नगर निकाय अध्यक्ष पद की कुर्सी का कार्यभार संभाला है। अब देखना है। की वर्ष 2023 में अध्यक्ष पद की कुर्सी पर कौन विराजमान होता है।

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